BY-THE FIRE TEAM
चंद्रशेखर आजाद जो बहुजन समुदाय के संगठन भीम आर्मी के प्रमुख हैं, ने केंद्र तथा उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर राजनीतिक लाभ के लिए,
आम चुनाव से पहले ‘अयोध्या’ मुद्दे को तूल देने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ‘राम मंदिर’ के नाम पर दंगे भड़काने की साजिश कर रही है।
श्री आजाद ने रविवार को यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश संविधान से चलता है और यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या की स्थिति नहीं सँभल रही तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिये।
उन्होंने कहा “जब-जब देश के सांप्रदायिक लोगों को सत्ता चाहिये होती है, अयोध्या का मामला गूँजता है भाजपा राम मंदिर के नाम पर दंगे कराकर बहुजन समाज को बाँटना चाहती है। वह जितना भी साम-दाम-दंड-भेद लगा ले, उसे सत्ता से बेदखल करके रहेंगे।”
भीम आर्मी प्रमुख ने बताया कि वह संविधान दिवस पर सोमवार को अयोध्या में जिलाधिकारी को संविधान की एक प्रति भेंट करेंगे तथा उन्हें याद दिलायेंगे कि देश संविधान से चलता है।
भीम आर्मी के सभी साथी तैयार रहे किसी भी प्रकार का संविधान पर हमला बर्दास्त नही किया जाएगा अल्पसंख्यक समाज को डरने की जरूरत नही है भीम आर्मी हमेशा उनके साथ खड़ी है कल सुबह अयोध्या पहुंच रहा हूँ। जय भीम जय भीम आर्मी https://t.co/0X41sFI6MT
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) November 25, 2018
अयोध्या में धारा 144 लागू होने के संबंध में पूछने पर श्री आजाद ने कहा कि उन्होंने वहाँ जाने के लिए पहले से अनुमति नहीं ले रखी है।
उन्होंने कहा कि जब दूसरे लोगों को वहाँ जाने दिया जा रहा है तो उन्हें कैसे रोका जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि विश्व हिंदू परिषद् द्वारा ‘राम मंदिर’ के मुद्दे पर आयोजित धर्म सभा में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता अयोध्या पहुँचे हुये हैं।
श्री आजाद ने आरोप लगाया कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर वहाँ 06 दिसंबर 1992 जैसी ही किसी बड़ी घटना की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा कि भीम आर्मी संविधान में विश्वास करती है तथा अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला होगा उसे स्वीकार करेगी, लेकिन शीर्ष अदालत के फैसले से पहले अयोध्या में किसी की मनमानी नहीं चलने दी जायेगी।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने विश्वास दिलाया उनके संगठन का हर काम अहिंसात्मक होगा और यदि अयोध्या मामले पर दंगे भड़कते हैं तो इसकी पूरी जिम्मेदारी भाजपा की होगी।
श्री आजाद ने कहा कि जिलाधिकारी से मुलाकात के दौरान अयोध्या का नाम बदलकर साकेत करने की भी माँग करेंगे जो शहर का पुराना नाम था और जिसके लिए बौद्धों ने भी उच्चतम न्यायालय में एक अर्जी दी हुई है।