BY-THE FIRE TEAM
भारत ने अपनी रक्षा ताकत की तरफ एक और कदम मजबूती से बढ़ाया है. रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को नौसेना के दो स्टेल्थ फ्रिगेट (रडार की नजर में पकड़ नहीं आने वाले युद्धपोतों) के लिए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें और
सेना के मुख्य युद्धक टैंक ‘अर्जुन’ के लिए बख्तरबंद रिकवरी वाहन सहित 3,000 करोड़ रुपये मूल्य की सैन्य खरीद को मंजूरी दी.
इस सम्बन्ध में सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों खरीद के लिए रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) से अनुमति मिली. डीएसी रक्षा खरीद को लेकर निर्णय लेने वाली रक्षा मंत्रालय की शीर्ष संस्था है.
उन्होंने कहा, ‘रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में डीएसी ने करीब 3,000 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए मंजूरी दी.’
3,000 crore approved by Defence Ministry to buy Brahmos missiles, tanks https://t.co/CvvWGn5KdQ pic.twitter.com/8VrmY6WR75
— NDTV (@ndtv) December 1, 2018
इस अधिकारी ने बताया, ‘देश में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल एक जांची-परखी और प्रमाणिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और इसे इन जहाजों पर प्राथमिक हथियार के तौर पर रखा जाएगा.’
इस सम्बन्ध में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उनका कहना है कि- डीएसी ने भारतीय सेना के मुख्य युद्धक टैंक ‘अर्जुन’ के लिए बख्तरबंद रिकवरी वाहन (एआरवी) की खरीद की भी स्वीकृति दी.
गौरतलब है कि एआरवी का डिजाइन और विकास डीआरडीओ ने तैयार किया है. वहीं, इसका निर्माण रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनी बीईएमएल करेगी.