बुलंदशहर हिंसा मामले में बड़ा खुलासा: एक और अधिकारी की जान लेना चाहती थी भीड़, जाने कैसे बचाई अपनी जान


BYTHE FIRE TEAM


बुलंदशहर के स्याना कोतवाली एरिया के चिंगरावठी चौकी के पास कथित गौकशी के बाद भड़की हिंसा में इंस्‍पेक्‍टर सुबोध कुमार और एक युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

यह मुकदमा सब इंस्पेक्टरर सुभाष चंद ने वादी के तौर पर दर्ज कराया है। एफआईआर में कहा गया है कि हिंसा का मुख्य आोपी बजंरग दल का नेता योगेश राज मौके पर मौजूद था और लोगों को भड़का रहा था। एफआईआर दर्ज करने के बाद में पुलिस एक्शन मोड में आ गई है।

पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 4 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। पुलिस की एफआईआर में खुलासा हुआ है कि भीड़ एक और पुलिस के सीनियर अधिकारी की जान लेना चाहती थी। उन्होंने कमरे में छिपकर जान बचाई।

पुलिस की एफआईआर में कहा गया है कि भड़की हिंसा के बाद में भीड़ ने सीओ सत्या प्रकाश शर्मा पर भी जानलेवा हमला कर दिया था। इस दौरान सीओ वे घायल हो गए थे। सीओ हिंसा के दौरान मौके पर पहुंचे थे।

सीओ ने चौकी चिंगरावठी के एक कमरे में घुस गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। उसके बाद में भीड़ और ज्‍यादा उग्र हो गई। बाद में उग्र भ़ी ने चौकी में आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान चौकी में खड़े सरकार वाहन, सरकारी दस्तावेज, टाटा सूमो यूपी 13 एजी 0452 और यूपी 13 एजी 7536 में आग लगा दी। इस दौरान गाड़ियोंं में रखा सरकारी सामान, अन्य सरकारी संपत्ति और सरकारी रेकॉर्ड जलाए।

एफआईआर के मुताबिक पुलिस आत्‍मरक्षा करते हुए लगातार पीछे हटती जा रही थी और मारो-मारो करती हुई भीड़ बढ़ रही थी। पुलिस ने बताया कि सीओ सत्‍य प्रकाश शर्मा को चौकी से निकालने के लिए बड़ी संख्‍या में अतिरिक्‍त पुलिस बल बुलाया गया।

उन्होंने भी वायरलेस से सीओ नरसैना, बुलंदशहर समेत कई जगह मदद मांगी थी। जिसके बाद में मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने उन्हें दरवाजा तोड़कर सकुशल निकाला गया। उपद्रवियोंं को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने समझा-बुझाकर शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन मौजूद भीड़ नहीं मानी।

इस दौरान बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज अन्‍य आरोपियों को भड़काते रहे। उसके बाद में भीड़ अधिक उग्र हो गई।

पुलिस ने बताया कि भीड़ ने इंस्‍पेक्‍टर सुबोध कुमार पर पथराव कर दिया था। साथ भीड़ लगातार फायरिंग कर रही थी। इस दौरान सरकारी वायरलेस सेब् को भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही मौके से भीड़ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की रिवाल्वर और तीन मोबाइल लूटकर ले गई। पुलिस दर्ज एफआईआर में बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया है।

एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं जांच के लिए एसआईटी की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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