BY-THE FIRE TEAM
बरेली। एक ओर जहां मोदी सरकार ने लोकसभा में ट्रिपल तलाक का बिल कांग्रेस के वॉकआउट के बाद भी पास करा लिया है, वहीं ऐसे मामले कहीं थमते नजर नहीं आ रहे।
अब यूपी के बरेली में फिर एक महिला को तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया गया। महिला से न केवल बच्चा छीना, बल्कि उसके शौहर ने उत्पीड़न की हदें भी पार कर दीं।
महिला का शौहर उत्तराखंड के सितारगंज का रहने वाला मौलवी है, जो मदरसा संचालक भी है।
अर्जुमंद जाफ़री का कहना है कि घर से बेघर होने के बाद मैंने बहेड़ी कोतवाली में तहरीर दी, पुलिस से गुहार लगाई। पुलिस कह रही है कि मामले की जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
पीड़ित महिला के अनुसार, उसका निकाह 19 साल पहले सितारगंज के ग्राम बघोरी के रहने वाले सय्यद सिराज अहमद उर्फ़(मुन्ने मियाँ) से हुआ था। वह बहेड़ी की रहने वाली है।
उसका नाम अर्जुमंद जाफ़री (45 वर्ष) है। अर्जुमंद जाफ़री का कहना है कि जब सय्यद सिराज अहमद से उसका निकाह हुआ था, तब सय्यद सिराज अहमद को उसकी पहली बीवी से 8 बच्चे थे।
उस बीवी की मौत हो गई थी, तो मेरे साथ निकाल पढ़ाया गया। लेकिन, सिराज ने मेरे परिजनों से यह बात छिपाई कि उसके 8 बच्चे भी हैं।
धोखा देकर मुझसे विवाह किया फिर भी मैंने उन सभी बच्चों को सगी माँ जैसा ही प्यार दुलार किया।”
पीड़ित अर्जुमंद जाफ़री ने आगे बताया, ”हमारे निकाह के कुछ वर्षों बाद मुझे पता चला कि सिराज के अन्य महिला से भी संबंध हैं। इसे लेकर हमारे बीच अनबन होने लगी। विरोध करने पर सिराज पीट देता था।”
‘बड़े बेटे की बहु को भी नहीं बख्शा और मुझे निकाला’
”कुछ समय पहले सिराज के बड़े बेटे का निकाह हो गया, तो सिराज ने बड़े बेटे की बीवी से भी अवैध संबंध बना लिए। मैंने उसका भी विरोध किया तो बुरी तरह पीटा।
मैं उसे उस अवैध संबंध में बाधा लगी तो तीन तलाक कहकर घर से धक्के मारकर भगा दिया।”
SOURCE:ONEINDIA.COM