लखनऊ : सवर्ण आरक्षण वापस नहीं हुआ तो एक बार फिर होगा भारत बंद

BY-  THE FIRE TEAM


संविधान संशोधन के खिलाफ घंटाघर, हुसैनाबाद के सामने प्रदर्शन.

सवर्ण आरक्षण वापस नहीं हुआ तो एक बार फिर होगा भारत बंद

सवर्ण आरक्षण लागू करने व संविधान संशोधन के आज 12 जनवरी को घंटाघर हुसैनाबाद, लखनऊ में सभा कर विरोध प्रदर्शन किया गया.


 

लखनऊ 12 जनवरी 2019।  सवर्ण आरक्षण के खिलाफ घंटाघर, हुसैनाबाद के सामने विभिन्न संगठनों ने विरोध दर्ज किया। सवर्ण आरक्षण के जरिए संविधान पर हमला बंद करो, मनु विधान सवर्ण वर्चस्व बंद करो, सवर्ण आरक्षण संविधान पर हमला, सवर्ण आरक्षण हमें कतई कबूल नहीं, बाबा साहेब हम शर्मिंदा हैं मनु अभी भी जिंदा है, मनुवाद मुर्दाबाद नारा लगाते हुए विरोध के स्वर बुलंद किए.

वक्ताओं ने कहा कि संविधान आर्थिक अधिकार पर आरक्षण की अनुमति नहीं देता. संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपने अभिभाषण में भी इस बात को स्पष्ट किया था आरक्षण को लेकर अब तक जितने भी आयोग देश में गठित किए गए सभी ने सामाजिक और शैक्षणिक आधार पर आरक्षण की बात कही है. जिसका सीधा संबंध शासन-सत्ता में प्रतिनिधित्व का है. मोदी सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर आरक्षण विधेयक पारित करना संविधान को बदलकर मनुवादी व्यवस्था लागू करने की साजिश का हिस्सा है. यह सीधे-सीधे संविधान पर हमला है सभी प्रतिभागी संगठनों ने एक स्वर में कहा कि संविधान पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे.

विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि संविधान पर किसी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आज का सांकेतिक विरोध सरकार को अपने निर्णय वापस लेने की चेतावनी है अगर मांगे नहीं मानी गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

विरोध सभा में पूर्व सांसद इलियास आज़मी, कुरैशी महासभा नेता शकील कुरैशी, यादव सेना अध्यक्ष शिव कुमार यादव, असलम ज़ैदी, इंसानी बिरादरी के सृजन योगी अदियोग, रिहाई मंच नेता रॉबिन वर्मा, शाहरुख अहमद, बाकेलाल यादव, मलिक शहबाज, लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र नेता सचेंद्र यादव, गुफरान चौधरी, कहकशां, रुबीना मिर्ज़ा, वीरेंद्र कुमार गुप्ता, सिकंदर शेख़, एसआईओ के प्रांतीय अध्यक्ष मोहम्मद राशिद, साजिद खान, छात्र नेता अंकित यादव, सीपीआईएमएल नेता कॉमरेड कलीम खान आदि मौजूद रहे.

द्वारा जारी
रॉबिन वर्मा
7905888599

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