श्रद्धांजलि ही नहीं देंगे फर्ज भी निभाएंगे


BYनरेंद्र चौहान


देश के लिए शहीद हुए वीर सैनिकों के बलिदान का कर्ज चुका सकें यह मुमकिन नहीं । लेकिन उनकी शाहदत के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धांजलि देने के साथ जितना संभव है अपना फर्ज जरूर निभाया जा सकता है। रोहडू के समस्त व्यापारियों ने एक आवाज के साथ एक ऐसा फैसला लिया है अगर देश का हर नागरिक इस फ़ैसले में अपन जरा सा योगदान देना शुरू करे तो न केवल हमारे वीर जवानों का मनोबल बुलंद होगा बल्कि शहादत का चोला ओढ़ने वाले जवान के परिजनों को उनके भविष्य की चिंता भी नहीं सताएगी।

रोहडू के व्यापारियों ने फैसला लिया कि हर व्यापारी मातृ भूमि पर शहीद होने वाले प्रदेश के हर जवान के परिवार को यथासंभव आर्थिक मदद प्रदान करेगा। इसी मुहिम के तहत शहीद तिलक राज के परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए प्रयास करेगा। जितनी भी राशी जुटेगी व्यापार मंडल के लोग शहीद तिलकराज के घर जाकर उनके परिवार को सौंपते हुए उन मां बाप के चरणों में शीश नवाऐंगे जिनके लाल ने देश के लिए प्राण न्योछावर किए और उस वीरागनां के प्रति अपना सम्मान प्रकट करेंगे जिसने अपने पति को खोया है। उस मासूम को शुभाषीष देंगे जिसके सर से पिता का साया उठ गया।

जरा कल्पना कीजिए रोहडू व्यापार मंडल की इस अनूठी पहल को हर व्यापारी हर नागरिक जुड जाए तो देश पर मर मिटने वाले सैनिकों का जोश व जज्बा कितना बढेगा। हालांकि शहीद की शाहदत के बलिदान का कर्ज किसी भी प्रकार की मदद से कम नहीं हो सकता हां शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि व फर्ज जरूर निभाया जा सकता है।

आओ मिलकर कसम खाऐं कि देश के लिए शहीद होने वाले हर सैनिक की शाहदत व उसके परिवार के प्रति अपने फर्ज निभाने में कभी पीछे नहीं हटेंगे। जय हिंद

लेखक स्वतंत्र विचारक हैं तथा लेख में दिए गए विचार उनके निजी हैं।

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