BY– गोपाल चौहान रोहड़ू ; नरेंद्र चौहान
मुझे गर्व होता है मैं संजीवनी सहारा समिति रोहडू का सदस्य हूँ क्योंकि यह संस्था गरीब असहाय व जरूरत मंद लोगों की मदद तो करती ही है इसके इलावा किसी भी परिस्थिति में समाज के सहयोग के लिए तैयार है।
देश के लिए शहीद हुए वीर सैनिकों के बलिदान का कर्ज चुका सकें यह मुमकिन नहीं। लेकिन उनकी शाहदत के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धांजलि देने के साथ जितना संभव है अपना फर्ज जरूर निभाया जा सकता। फैसला लिया कि संजीवनी मातृ भूमि पर शहीद होने वाले प्रदेश के हर जवान के परिवार को यथासंभव आर्थिक मदद प्रदान करने का प्रयास करेगी।
इसी मुहिम के तहत शहीद तिलक राज के परिवार की 100000(एक लाख) रूपयों की आर्थिक मदद करेगी! यह राशी संजीवनी के सदस्य शहीद तिलकराज के घर जाकर उनके परिवार को सौंपते हुए उन मां बाप के चरणों में शीश नवाऐंगे जिनके लाल ने देश के लिए प्राण न्योछावर किए और उस वीरागनां के प्रति अपना सम्मान प्रकट करेंगे जिसने अपने पति को खोया है। उस मासूम को शुभाषीष देंगे जिसके सर से पिता का साया उठ गया।
जरा कल्पना कीजिए संजीवनी की इस अनूठी पहल को हर व्यापारी हर नागरिक जुड जाए तो देश पर मर मिटने वाले सैनिकों का जोश व जज्बा कितना बढेगा। हालांकि शहीद की शाहदत के बलिदान का कर्ज किसी भी प्रकार की मदद से कम नहीं हो सकता हां शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि व फर्ज जरूर निभाया जा सकता है। आओ मिलकर कसम खाऐं कि देश के लिए शहीद होने वाले हर सैनिक की शाहदत व उसके परिवार के प्रति अपने फर्ज निभाने में पीछे नहीं हटेंगे।