भारतीय संसद में लोहिया विधि विश्व विद्यालय के दो छात्रों का हुआ लैम्प फेलोशिप में चयन


BY- THE FIRE TEAM


लखनऊ के डॉ़ राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के 2019 की कक्षा से दो छात्र शुभम कुमार और अपूर्वा सिंह को पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के द्वारा लेजिस्लेटिव रिसर्च टू मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट (LAMP) फेलोशिप से सम्मानित किया गया है।

लैम्प फैलोशिप विधान सहायक कानून बनाने और सार्वजनिक नीति सीखने का एक अनूठा और एक रोमांचक अवसर है।

लेम्प फेलोशिप पाने वाले छात्र दिए गए वर्ष के दौरान पूर्णकालिक रूप से सांसद के साथ काम करते हैं।

फेलोशिप मेंबर्स का प्राथमिक कार्य सांसद को व्यापक अनुसंधान सहायता प्रदान करना होता है।

इसमें सांसद के लिए संसदीय प्रश्नों का प्रारूपण, शून्य घंटे की बहस के लिए सांसद के भाषणों को तैयार करना, सार्वजनिक महत्व के मामलों को उठाना, निजी सदस्यों के बिलों का मसौदा तैयार करना आदि शामिल हैं।

जमीनी स्तर पर शासन के व्यावहारिक प्रदर्शन के लिए इंटर-सेशन अवधि के दौरान लैम्प फैलो भी फील्ड विजिट में भाग लेते हैं।

फैलोशिप हर साल जून के मध्य से शुरू होती है और आगामी अप्रैल – मई (संसदीय कैलेंडर के अधीन) में संपन्न होती है।

लैम्प फेलो को हर महीने 17000 रुपये का स्टाइपेंड मिलता है, जिसमें किसी भी तरह के खर्च को कवर करने के लिए 3000 रुपये प्रति माह की अतिरिक्त राशि भी मिलती है जैसे स्थानीय कन्वेक्शन, टेलीफोन कॉल, इंटरनेट शुल्क आदि।

लैम्प फैलोशिप के लिए उम्मीदवार की आयु 25 वर्ष से कम होनी चाहिए, और किसी भी शैक्षणिक अनुशासन में कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।

केवल भारतीय नागरिक LAMP फैलोशिप के लिए पात्र हैं।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर दोनों विद्वानों को हार्दिक बधाई और हम उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।

लैम्प फैलोशिप 2019 आवेदन प्रक्रिया

इछुक और योग्य उम्मीदवार वेबसाइट: https://www.prsindia.org/lamp/how-apply के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन रविवार 27 जनवरी, 2019 को अपराह्न 11:45 बजे के बाद प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

लैम्प फैलोशिप 2019 महत्वपूर्ण तिथि

आवेदन की अंतिम तिथि: 27 जनवरी 2019
अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट: https://www.prsindia.org/lamp पर जाएं

( यह लेख द लोहियन पोस्ट ब्लॉग से इनपुट के साथ है )

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!