BY- THE FIRE TEAM
आज दिनाँक 22 अप्रैल 2019 “पृथ्वी दिवस” पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के रसायन विज्ञान विभाग में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।
कांफ्रेंस का थीम था ग्लोबल कॉन्फ्रेंस ऑन द कंट्रोल ऑफ ग्रीन हाउस गैसेस ऐट द सोर्स बाई फिजिकल एंड केमिकल टेक्नोलॉजी 2019 (GCGHGSPCT-2019)।
कांफ्रेंस का उदघाटन प्रख्यात पर्यावरणविद, मैगेगसे पुरुष्कार संम्मानित, जल पुरुष के नाम से विख्यात श्री राजेन्द्र सिंह ने किया।
श्री राजेन्द्र सिंह ने अपने व्याख्यान में कहा कि जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग में ग्रीन हाउस गैसों को शामिल किया गया है उसी तरह से जल को भी ग्लोबल समस्या के लिए जोड़ा जाना चाहिए। क्योंकि आगे आने वाले समय जल के लिए बहुत बड़ी समस्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि हम लोगों को विज्ञान एवं प्रद्योगिकी के साथ साथ हमें अपनी मूलभूत ग्रामीण तकनीकों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
श्री सिंह ने भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले पर्यावरण से जुड़े प्रोजेक्ट में इंजीनियर और वैज्ञानिकों को एक साथ बैठकर किसी भी प्रोजेक्ट पर बैठकर कार्य करने की जरूरत बताया।
उन्होंने समझाया कि एक इंजीनियर के पास काफी पावर, टेक्नोलॉजी और रुपया तो होता है लेकिन उनके पास विज्ञान का अनुभव कम होता है इसलिए अगर पर्यावरण को बचाना है तो दोनों को लोगों को आपसी तालमेल के साथ कार्य करना होगा।
अतिथियों की लिस्ट में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो हनुमाइया जी ने पर्यावरण में बढ़ती जहरीली गैसों पर चिंता व्यक्त की।
कांफ्रेंस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण में ग्रीन हाउस गैसेस के बढ़ते हुए स्तर पर चर्चा और उनके रोकथाम की तकनीकी चर्चा हो रही है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ शुगर कॉपरेटिव लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीकांत नैनकवरे जी ने कहा है कि भारतीय चीनी उद्योग पूरी दुनिया में ब्राजील के बाजार को पछाड़ने के लिए आगे बढ़ रहा है।
चीनी के सेवन को जहरीला बताने के बातों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा है कि हम लोग विश्व में सबसे ज्यादा चीनी खाने वाले लोग हैं लेकिन चीनी को बदनाम किया जा रहा है।
साइमन फ्रेशर विश्वविद्यालय, कनाडा से आये हुए प्रो महेंद्र प्रसाद जी ने ग्रीन हाउस गैसों को देशी मलुभूत तकनीकों के माध्यम से कंट्रोल करने पर जोर दिया।
इस कॉन्फ्रेंस की मुख्य थीम को देने वाले प्रो प्रसाद जी ने कनाडा और भारत देश की ग्रीन हाउस गैसों के माध्यम से बढ़ती हुई ग्लोबल वार्मिंग को पर सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
कॉन्फ्रेंस के चैयरमेन और विश्वविद्यालय के कुलपति इंचार्ज प्रो NMP वर्मा ने कॉन्फ्रेंस में आये अतिथियों और डेलीगेट्स का मोमेंटो देकर संम्मानित किया।
डॉ अंजनी तिवारी जी ने उद्घाटन कार्यक्रम के समापन में पर सभी धन्यवाद ज्ञापन किया।
संपर्क सूत्र:
प्रो कमान सिंह
समन्वयक,
GCGHGSPCT-2019
डीन/विभागाध्यक्ष
रसायन विज्ञान विभाग
BBAU, लखनऊ
मो 9415409198