BY-THE FIRE TEAM
आज उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सरे बाजार डिप्टी गंज पुलिस चौकी के पास तीन तलाक पीड़िता पर एसिड अटैक का मामला सामने आया है. महिला ने अपने देवर पर अटैक का आरोप लगाया है. पुलिस जांच में जुटी हुई है तथा सच का पता लगाने का प्रयास कर रही है.
पीड़ित महिला को जिला अस्पताल मे भर्ती करा कर उसका उपचार किया जा रहा है. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली के ओखला की निवासी शबनम रानी का विवाह अगौता के जौलीगढ़ में मुजम्मिल के साथ हुआ था. शबनम के तीन बच्चे भी हैं. कुछ कारणों की वजह से शादी के बाद मुजम्मिल ने शबनम को तलाक दे दिया.
शबनम ने जो तलाक की वजह बताई वह बहुत हैरान करने वाली है. अपने देवर पर बुरी नियत रखने और हलाला करने का दबाव बताती है.यह काफी शर्मनाक है.
शबनम का कहना है किउसका पति भी इस दबाव में शामिल था मगर शबनम ने हलाला मंजूर नहीं किया जिससे उस पर अत्याचार बढ़ गए. अत:शबनम ने हलाला और बहु विवाह को लेकर सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर की जिसके कारण यह मामला मीडिया की सुर्खियों में आया.
आपको बताते चलें कि इस्लामिक शरीयत के अंतर्गत एक बार जब तलाक़ हो जाता है और यदि वह पुरुष दुबारा उस महिला से विवाह करना चाहता है तो सबसे पहले उस महिला का अन्य पुरुष के साथ विवाह करके पत्नी की तरह रहना होता है जिसे हलाला कहते हैं.
ऐसे में तीन तलाक के बाद दोबारा रखने के लिए शबनम को अपने देवर से हलाला करने का फरमान सुनाया गया. इसके विरोध में शबनम ने आवाज बुलंद की और हलाला व बहु विवाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की ताकि इस तरह के अत्याचार को रोका जा सके और व्यक्ति के रूप में उसके मानवाधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो.
किन्तु होनी को कुछ और ही मंजूर था तभी तो उसके अपने ही उसकी जान के दुश्मन बने हुए हैं जिन लोगों ने उस पर जानलेवा हमला किया है.
आखिर कब तक धर्म और परम्परा का सहारा लेकर महिलाओं पर अमानवीय अत्याचार होता रहेगा ?
(साभार- इण्डिया टीवी)