articleskit

प्राप्त सूचना के मुताबिक प्रसिद्ध अभिनेता नसरुद्दीन शाह की पत्नी तथा पेशे से अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह ने कहा है कि

“भारत एक रूढ़िवादी समाज के रूप में बनता जा रहा है. अपने एक इंटरव्यू में रत्ना ने बताया कि रूढ़िवादी समाज सबसे पहले अपने यहां की महिलाओं की स्वतंत्रता पर पाबंदियां लगाता है.”

आज हम सभी महिलाएं करवा चौथ जैसी पुरानी परंपराओं को निभा रही हैं. हम अंधविश्वासी होते जा रहे हैं.

मैं पागल नहीं हूं जो व्रत रखूं. हमें ‘धर्म’ को जीवन का अहम हिस्सा स्वीकारने के लिए बाध्य किया जा रहा है.

मैं मॉडर्न पढ़ी-लिखी महिलाओं को भी देख रही हूँ जो है जो अपने पतियों के जिंदगी के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं ताकि जिंदगी की वैलिडिटी बढ़ जाए.

यहां तक कि भारत में विधवा होना भयानक माना जाता है. ऐसा लगता है कि हम सऊदी अरब बनना चाहते हैं.

दुनिया के किसी भी कंजरवेटिव समाज को देख लीजिए, वहां सबसे अधिक महिलाएं ही प्रभावित होती हैं.

आज सऊदी अरब में महिलाओं के लिए क्या स्कोप है? क्या हम सऊदी अरब बनना चाहते हैं और हम बदन भी जाएंगे क्योंकि यह बहुत ही आसान है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here