प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसान नेता राकेश टिकैत ने कृषि कानूनों को वापस लेने के संबंध में बड़ा फैसला लेते हुए कोरोनावायरस जैसी महामारी मैं भी डटे रहने का ऐलान किया है.
आपको यहां बताते चलें कि विगत 3 महीने से यूपी-दिल्ली के बॉर्डर पर लाखों की संख्या में किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं.
अगर सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाता है तब भी दिल्ली सीमा पर डटे रहेंगे किसान: राकेश टिकैत#Saharanpur #AgriculturalLaw #FarmerMovement @RakeshTikaitBKU @BJP4UP #PriyavandaTomar #Resignation #UPNewshttps://t.co/ayGsKACGpt
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) April 8, 2021
इनकी मांगे हैं कि सरकार इस कानून को वापस ले क्योंकि इस तरह के काले कानून को किसान कभी भी स्वीकार नहीं करेगा. राकेश टिकैत ने यह बयान उस समय दिया जब
वह शहीद भगत सिंह के भतीजे रणजीत सिंह की बेटी की शादी में शिरकत करने आए हुए थे. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए टिकैत ने बताया कि-
” सरकार के कृषि कानूनों के नकारात्मक परिणाम को अब गांव तक के लोगों को पता चल चुका है. ऐसे में लड़ाई आर- पार की लड़ाई लड़ी जा रही है.”
यहां तक कि किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा नेत्री प्रियंवदा तोमर ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है. यह इस बात का संकेत है कि सरकार के द्वारा लाया गया यह कानून किसानों के हितों के लिए नहीं है.