संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन यानि सोमवार को लोकसभा में केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनी के भारी विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसे निरस्त कर दिया है.
हालाँकि विपक्षी दलों ने बिना किसी चर्चा के इसे निरस्त किए जाने को लेकर भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही
पहले तो दो बार रोकी गई किंतु बढ़ते हंगामा को देखकर के लिए दिन भर के लिए समाप्त कर दी गई.
आपको बता दें कि सदन में कुछ दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने और दो नए सदस्यों प्रतिभा सिंह और ज्ञानेश्वर पाटिल को
शपथ दिलाने के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो कांग्रेसी सहित अनेक विपक्षी दलों के नेताओं ने कृषि विधि निर्सन विधेयक पर चर्चा करने की मांग उठाई.
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ‘तीन कृषि कानूनों’ को निरस्त करने संबंधी दिल को बिना किसी चर्चा के ही पारित करने की घोषणा कर दिया.
लोकसभा में बिना चर्चा कृषि कानून वापसी बिल पारित होने पर भड़के अधीर रंजन चौधरी#FarmLawRepeal pic.twitter.com/JGlPR2Lwdd
— NDTV Videos (@ndtvvideos) November 29, 2021
इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि- “आज सदन में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस विधेयक को चर्चा के बाद पारित कराने की बात कही गई थी किंतु इस पर सरकार चर्चा क्यों नहीं करना चाहती है?”
जबकि लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि- सदन में शांति व्यवस्था नहीं है और इस हालत में चर्चा कैसे की जा सकती है.? उन्होंने विपक्षी दलों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की बात कही.
यहां तक कि विपक्षी दलों ने किसानों को न्याय दो के नारे भी लगाए तथा कहा कि जनता से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर सरकार को चाहिए कि वह अपनी बात और परंपराओं का ध्यान रखे.