कहने को तो हम आजाद भारत में रह रहे हैं किन्तु लगता है कि दलितों को अब भी आजादी नसीब नहीं हुई है. तभी तो एक दलित युवक द्वारा सवर्ण जाति के युवकों से गाड़ी के लिए साइड माँगना महंगा पड़ गया.
इस घटना की जीती-जागती तस्वीर आजमगढ़ जनपद में पड़ने वाले जीयनपुर कोतवाली के बालापुर गांव में देखा जा सकता है, जहाँ साइड के लिए गाड़ी का हॉर्न बजाने पर सामंतवादी दबंगों ने दलित मजदूर की बेरहमी से पिटाई कर दी.
घटना की सूचना मिलते ही रिहाई मंच ने घायल से मुलाकात कर हर स्तर पर इंसाफ की लड़ाई लड़ने का वादा किया है. इस प्रतिनिधि मंडल में एडवोकेट हेमंत, उमेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता दीपक शामिल रहे.
रिहाई मंच से उमेश कुमार ने परिवार से बात किया तो घायल राम प्रवेश पुत्र रामकरन ने बताया कि वह 31 दिसंबर की सुबह लगभग 10 बजे खेत की सिंचाई के लिए डीजल लेने बाजार जा रहा था.
रास्ते में कई लोगों के साथ विशाल मिश्रा जो जगन्नाथ मिश्रा का लड़का है, खड़ा था. साइड मांगने के लिए रामप्रवेश ने हॉर्न बजाया तो विशाल मिश्रा रामप्रवेश को जातिसूचक गालियां देते हुए मारने-पीटने लगा.
शोर मचाने पर गांव वाले पहुंचे तो मामला किसी तरह से शांत हुआ और रामप्रवेश अपने घर वापस आया. कुछ देर के बाद जब राम प्रवेश और बृजेश कुमार अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे
तभी विशाल मिश्रा गोल बनाकर लगभग 25 लोगों के साथ वहां पहुंचा और हॉकी, डंडा, चाकू लेकर के बृजेश कुमार और रामप्रवेश पर टूट पड़े और दोनों को बुरी तरह से मारे, जिसमें बृजेश बहुत बुरी तरह से घायल हो गया. सूचना जीयनपुर कोतवाली को दी गई जहां एफआईआर दर्ज हो चुकी है.
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रिहाई मंच से परिवार दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हम गरीब मजदूर हैं, हमारे लड़को पर जान से मारने की नियति से अपराधियों ने हमला किया है.
अपराधी अभी भी खुला घूम रहे हैं और जान से मारने की धमकियां भी दे रहे हैं. योगी सरकार की पुलिस ने न्याय की जगह हमें कागज का टुकड़ा पकड़ा दिया है.
अभी तक कोई अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ. आए दिन दलितों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं और इस भ्रष्ट सरकार में हम गरीब लोग बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं. हमले को आज कई दिन हो गए फिर भी कोई अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ. क्या पुलिस और अपराधियों की कोई मिली भगत है.?
गांव वालों ने बताया कि- दबंगों की दबंगई अभी भी जारी है. सुबह से लेकर शाम तक मोटरसाइकिल से राउंड कर रहे हैं. आते-जाते गालियां दे रहे हैं, जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पूरा गांव न्याय की मांग कर रहा है.
रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि आए दिन योगी सरकार में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं. इनको रोकने में यूपी पुलिस नाकाम है. इंसाफ के लिए हर स्तर पर लड़ा जाएगा.