BY – THE FIRE TEAM
उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था की लगातार पोल खुलती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मित्र पुलिस की लगातार दहशत भरी घटनाओं से पुलिस का एक दूसरा ही रूप उजागर हो रहा है जिससे प्रदेश में भय का माहौल है।
आजमगढ़ के पवई लाडपुर के थाने के निवासी लोरिक यादव के पुत्र अभिषेक को 16 मार्च को पुलिस बिना किसी कारण के ही गिरफ्तार करके ले गयी। लोरिक यादव से मिली जानकारी के अनुसार कल शाम करीब पांच बजे जब उनका पुत्र अभिषेक यादव घर से निकला तो सरायमीर थाने के सिपाही शुक्ला, कृष्ण मुरारी व दो अन्य ने अभिषेक को उठा लिया।
अभिषेक के गिरफ्तार होने की सूचना परिजनों को रात 9 बजे मिली और जब परिवार के सदस्य अभिषेक से मिलने सरायमीर थाने गये तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। सुबह फिर से परिजनों ने अभिषेक से थाने में मिलने कोशिश की पर पुलिस वालों ने परिजनों को अभिषेक से मिलने की अनुमति नहीं दी और ना ही गिरफ्तारी को लेके कोई जानकारी दी।
किसी फ़र्ज़ी मुकदमे में पुलिस अभिषेक को फसा ना दे इस बात को लेकर परिजनों में भय का माहौल बना हुआ है। उक्त मामले की सूचना पत्र के माध्यम से परिजनों ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को दे दी है और और मांग की है कि अभिषेक के सुरक्षित होने की सूचना जल्द से जल्द उन्हें दी जाए।
पत्र की एक-एक प्रतिलिपि पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के अलावा राष्टीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग नई दिल्ली, राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश, राज्य अल्पसंख्यक आयोग उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी आजमगढ़ और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को भी दी गयी है।
राजीव यादव
महासचिव रिहाई मंच