- दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई-राजीव यादव
रिहाई मंच ने आज़मगढ़ में थाना निज़ामाबाद क्षेत्र के ग्राम गंधुवई नट बस्ती में घायलों से मुलाकात की और पुलिस द्वारा महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की बर्बर पिटाई की निंदा किया.
प्रतिनिधि मंडल में रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, मसीहुद्दीन संजरी, एडवोकेट विनोद यादव, इमरान, अवधेश यादव, हीरालाल यादव शामिल थे.
रिहाई मंच के एक प्रतिनिधि मंडल ने महासचिव राजीव यादव के नेतृत्व में ग्राम गंधुवई की नट बस्ती का दौरा किया.
5 सितंबर की दोपहर में पुलिस द्वारा घरों में घुस कर पीटी गई महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की.
राजीव यादव को महिलाओं ने बताया कि दो व्यक्तियों के आपसी झगड़े में एक पक्ष ने पुलिस को फोन कर दिया.
मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना किसी उकसावे के एक तरफ से घरों में घुस कर महिलाओं को घसीटना और मारना शुरू कर दिया.
गांव में मौजूद महिलाओं ने बताया कि 8-10 साल के बच्चों, गर्भवती और बूढ़ी महिलाओं को पुरूष पुलिस ने बर्बरता के साथ पीटा.
एक गर्भवती महिला को ब्लीडिंग शुरू हो गई जिसे उस समय चेकअप के लिए ले जाया गया था. उन्होंने कहा कि-
“गांव में डर व दहशत के कारण किसी ने घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई. पुलिस के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश था.”
उन्होंने कहा कि 20 से अधिक महिलाओं और एक दर्जन के करीब किशोरों को चोटें आई हैं, इसके अलावा कई पुरूष भी चोटिल हैं.
मंच महासचिव ने कहा कि रिहाई मंच इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट बहुत जल्द लाएगा. पीड़ितों ने बताया कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.
रिहाई मंच दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़ितों के साथ इंसाफ की मांग करता है.
(राजीव यादव की कलम से)