BY- THE FIRE TEAM
‘एसपी-बीएसपी सामाजिक न्याय के लिए लड़ेंगे’
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के साथ सामाजिक न्याय के लिए लड़ेंगी।
गठबंधन में पड़ी दरार को लेकर चल रही खबरों का खंडन करते हुए अखिलेश यादव ने बयान जारी किया कि सपा-बसपा सामाजिक न्याय के लिए एक साथ लड़ेंगे।
अखिलेश यादव ने अपने निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “हम और बहुजन समाज पार्टी मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।”
उन्होंने कहा, “इस बार के लोकसभा चुनाव बुनियादी मुद्दों पर नहीं लड़े गए, यहां मुद्दे कुछ और ही थे। यह चुनाव फेरारी और साईकल के बीच एक रेस थी और हर कोई जनता था कि फेरारी जीतेगी।”
अखिलेश यादव की टिप्पणी मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी के एक आधिकारिक बयान के बाद आयी, जिसमें कहा गया कि बसपा उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी।
कभी कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे दोनों दलों ने भाजपा को हराने के प्रयास में राज्य में हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव एक साथ लड़े, लेकिन दोनों के बीच 80 में से केवल 15 सीटें ही उन्होंने जीतीं। भाजपा ने 62 सीटें जीतीं।
यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव एक अलग तरह की लड़ाई थी। उन्होंने पूछा, “मुझे बताओ, जो हर रोज टीवी पर देखा जाता था?”
अखिलेश यादव ने कहा, “वे हमारे दिमाग में घुस गए। वे हमारे दिमाग के साथ टीवी और मोबाइल फोन से खेलते थे। यह एक अलग तरह की लड़ाई थी, जिसे हम समझ नहीं पाए। जिस दिन हम इसे समझेंगे, हम विजयी बनेंगे।”
इससे पहले सोमवार को, मायावती ने नई दिल्ली में अपनी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के साथ बैठक की, जहाँ उन्होंने कथित तौर पर अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि वे वोट पाने के लिए गठबंधन पर निर्भर न रहें। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से संगठन के विस्तार पर काम करने को कहा।
गठबंधन में दरार को लेकर भारत की मेनस्ट्रीम मीडिया ने तरह-तरह की खबरें चलाई। जिसमें कहा गया कि गठबंधन टूट गया है (एनडीटीवी) तो किसी ने कहा कि गठबंधन टूटने की कगार पे है।
पर सच्चाई यह है कि कल हुई बसपा की कार्यकर्ताओं की बैठक में गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं करी गयी।
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