किसानों को मिला सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का साथ कहा, मांगें पूरी नहीं हुई तो करूंगा भूख हड़ताल का अनशन

देश के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी अब केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के विरुद्ध किसानों का समर्थन देने का ऐलान किया है.

इन्होंने कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को पत्र लिखकर सूचित किया है कि यदि किसानों की मांग पूरी नहीं हुई तो वह भूख हड़ताल शुरू करेंगे.

इसके साथ ही साथ अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करें तथा कृषि लागत और मूल्य आयोग को स्वायत्तता दे ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य प्राप्त हो सके.

आपको यहां बता दें कि यह वही अन्ना हजारे हैं जिन्होंने कांग्रेस के शासन में फैले भ्रष्टाचार तथा लोकपाल के मुद्दे को लेकर दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में बड़े स्तर पर आंदोलन को नेतृत्व दिया था.

हालांकि अन्ना हजारे के इस एलान के विषय में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि- “उन्हें नहीं लगता कि अन्ना हजारे इस आंदोलन में शामिल होंगे.”

आज इस दिसंबर की ठिठुरन भरी ठंड में किसान विगत 20 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर दिन-रात धरने पर बैठे हुए हैं. उनकी मांग है कि सरकार कृषि बिलों को लेकर पुनः विश्लेषण करे तथा किसानों को संतुष्ट करे ताकि वह इस आंदोलन को समाप्त करें.

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