निजीकरण एक श्राप है…
BY-SHIRAJ KHAN आज के अखबारों में छपी खबरों के अनुसार रेलवे ने स्पष्ट किया है कि निजी रेलगाड़ियों की अपनी मर्जी होगी कि वे किस स्टेशन पर रुकें, कहां न रुकें। वैसे ही, जैसे भाड़ा के निर्धारण में उनकी अपनी मर्जी ही चलेगी. जाहिर है, अब वे दिन लदने वाले हैं जब अपने शहर के … Read more