‘वक़ार रिज़वी’ के निधन पर अवधनामा पत्र के गोरखपुर कार्यालय पर शोक सभा का हुआ आयोजन

गोरखपुर: पत्रकारिता जगत का चमकता सूरज असमय डूब गया, एक अच्छा इंसान इस दुनिया को अलविदा कह गया. यह बातें ब्यूरो प्रभारी मनव्वर रिज़वी ने अवधनामा ग्रुप के हेड वक़ार मेहदी रिज़वी के निधन पर ब्यूरो कार्यालय गोरखपुर पर आयोजित एक शोक सभा में कही.

उन्होंने कहा कि वक़ार भाई के इस तरह अचानक चले जाने से इंसानियत का ऐसा नुकसान हुआ है जिसकी भरपायी होना मुश्किल है. उर्दू अदब और क़ौम की खिदमत से लेकर इंसान को इंसान से

जोड़ने का उनका जज़्बा और हुनर ही था की हुसैन डे, अली डे और ख़दीजा ट्रेड फ़ेयर जैसे तमाम आयोजन के ज़रिए हमेशा अलग-अलग धर्म और मसलक के लोगों को खूबसूरती के साथ एक छत के नीचे इकठ्ठा कर इंसानियत का संदेश देते थे.

इस मौके पर पत्रकार मोहम्मद खालिद ने कहा कि- “वक़ार रिज़वी की दीनी और अदबी खिदमात को हमेशा याद किया जाएगा”

शोक सभा में फ़ोटो जर्नालिस्ट आदर्श श्रीवास्तव ने कहा कि- “अपनी लेखनी की बदौलत वक़ार रिज़वी हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे.”

अवधनामा के पिपराइच संवाददाता मोहम्मद नजीब और शमशाद ने कहा कि वक़ार रिज़वी का इस तरह चले जाना हम सबके लिए एक ऐसा सदमा है जिससे उबर पाना आसान नही होगा.

अवधनामा के भटहट प्रतिनिधि डॉ0 इम्तियाज़ ने बताया कि-” वक़ार रिज़वी से कभी मिला तो नहीं लेकिन उनके लेखों के ज़रिए अक्सर गायबाना मुलाक़ात होती थी. उन्होंने कहा कि वक़ार भाई एक इंसान नही बल्कि एक यूनिवर्सिटी थे जिनसे अभी बहुत कुछ सीखना था.”

शोक सभा में पत्रकार मोहम्मद अली तौकीर, एडवोकेट अहमर रिज़वी, शारिक अली खान के अलावा कार्यालय के सभी कर्मचारियों की मौजूदगी रही.

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