काफी लंबे दिनों से प्रतीक्षारत बाबरी मस्जिद विध्वंस का निर्णय न्यायालय द्वारा अब चुका है. इस निर्णय के तहत अदालत ने बताया कि- “बाबरी मस्जिद को गिराया जाना पूर्व नियोजित नहीं था बल्कि यह अराजक तत्वों की विषाक्त मानसिकता की भेंट चढ़ गई.”
चुंकि इस विध्वंस में बड़े नेताओं के नाम जैसे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती कल्याण सिंह आदि शामिल थे, ने अलग-अलग ढंग से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
A special CBI court will decide on Wednesday if senior #BJP leader Lal Krishna Advani & 31 others are guilty of instigating a mob of kar sevaks under a criminal conspiracy to bring down the #BabriMasjid https://t.co/ET8WAv69oH
— The Hindu (@the_hindu) September 30, 2020
बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि- “राम मंदिर आंदोलन अपनी अस्मिता और पहचान को सामने रखने के लिए शुरू किया गया था और यह आज पूरा हुआ.
#BREAKING : #BabriMasjidDemolition पर कोर्ट ने #advani, जोशी सहित सभी 32 आरोपियों को किया बरी…#SpecialCourt #Court #BabriMasjidDemolitionCase #BabriDemolitionCase #BabriMasjid #BabriMasjidDemolitionVerdict #Babri #Ayodhya #UttarPradesh https://t.co/VXKXzNRidN
— Lallu Ram (@lalluram_news) September 30, 2020
मंदिर निर्माण भी शुरू हो चुका है मैं अब यह कहूंगा कि जय सियाराम सबको सन्मति दे भगवान.” वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि-
“काफी लंबे अरसे के बाद एक अच्छा समाचार मिला है. बाबरी केस में स्पेशल कोर्ट का जो निर्णय आया है वह बहुत ही महत्वपूर्ण है तथा हम लोगों के लिए खुशी का दिन लेकर आया है.”
#BabriMasjidDemolitionVerdict | Satyamev Jayate, tweets Uttar Pradesh chief minister Yogi Adityanath after Babri verdict; jabs Congress
Follow updates https://t.co/oyirvqcR4H pic.twitter.com/LACUd8ywEK
— Hindustan Times (@htTweets) September 30, 2020
जबकि यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस फैसले के विषय में तत्कालीन कांग्रेसी सरकार पर राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित होने का आरोप मढ़ा है. योगी ने कहा कि बीजेपी नेताओं, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों, समाजसेवियों को झूठे मुकदमों में फंसा कर कांग्रेस ने उन्हें बदनाम करने का काम किया है.
इस षड्यंत्र के लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने इस फैसले का स्वागत किया है तथा यह कहा कि भारतीय न्यायपालिका ने सिद्ध कर दिया है कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं.
इन नेताओं को सुनने के पश्चात कांग्रेस नेता डॉक्टर रागिनी नायक ने तंज कसते हुए ट्वीट किया कि– हर हकीकत मजाज हो जाए, बाबरी मस्जिद अपने आप उड़न छू हो गई, कहीं कारसेवकों का जमावड़ा नहीं हुआ,
भड़काऊ भाषण नहीं दिए गए, रथयात्रा नहीं निकाली गई, संघी बेवजह इस विध्वंस का श्रेय लेते रहे, हिंसा और विनाश काल्पनिक था तथा वे सभी मूर्ख थे जो न्याय की उम्मीद लिए बैठे हुए थे.
न्यायालय के इस फैसले को पत्रकार सबा नक्वी ने कहा कि- अयोध्या अपराधिक मामलों में सभी भरी ऐसी घटना के लिए कोई सजा नहीं जिसमें बहुत सारे लोगों की जान ली. इसके लिए अकेले बीजेपी को दोष क्यों दें जब कांग्रेस के शासन मुकदमा चलाया जा सकता था.
सबा ने ट्वीट भी किया कि नया भारत: समकालीन इतिहास के सबसे बड़े सार्वजनिक अपराध के लिए किसी को दंडित नहीं किया जाएगा.