अभी तक उत्तर प्रदेश में सिर्फ बेटियां ही शोषित और पीड़ित थीं किन्तु ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का लोगों को कोई डर ही नहीं है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच में किसान महाविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर की पिटाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. घटना से आहत प्रोफेसर ने अपनी पीड़ा को व्यक्त करते हुए कहा कि- “यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लूंगा.”
आपको बताते चलें कि बीते 11 अक्टूबर को बहराइच के किसान महाविद्यालय में शिक्षक संघ के चुनाव चल रहे थे. उसी दौरान शिक्षक संघ के अध्यक्ष जटाशंकर के पुत्र छोटू ने मीटिंग बैठे हुए सहायक प्रोफेसर आलोक प्रताप सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया.
Alok Pratap Singh
छोटू इसी कॉलेज में क्लर्क के पद पर तैनात बताया जा रहा है. दरअसल छोटू आलोक प्रताप सिंह से महामंत्री पद से नाम वापस लेने की जिद कर रहा था जिसको आलोक ने नहीं माना तो इसकी प्रतिक्रिया स्वरूप उन्हें लात,घूँसों से बेदम होने तक पीटा गया.
इस घटना का संज्ञान लेकर चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी टीचर एसोसिएशन ने संपूर्ण घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, जबकि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने भी कड़ी निंदा किया है.
आलोक प्रताप ने सभी शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि मैं आप सभी के सहयोग से इस अन्याय के खिलाफ खड़ा हूं. सभी लोग सहयोग करके उनको न्याय दिलाना होगा.
हालांकि दुखद पहलू यह है कि कालेज प्रबंधन तंत्र खुद पीड़ित आलोक प्रताप पर ही समझौता कराने का पूरा जोर लगा रहा है, यह जानते हुए भी कि यह घटना एक शिक्षक के मान सम्मान के साथ विश्वासघात है.