प्राप्त सूचना के मुताबिक आज बिहपुर में सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने
किसान विरोधी कृषि कानूनों और मजदूर विरोधी श्रम कोडों को रद्द करने, नई शिक्षा नीति-2020 वापस लेने के साथ निजीकरण,
महंगाई व बेरोजगारी पर रोक लगाने और जातिवार जनगणना कराने की मांगों को लेकर सड़क पर उतरे. यहाँ स्तिथ शहीद द्वार पर कार्यकर्ता जुटे तथा मार्च करते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर सभा किया.
इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के सोशलिस्ट नेता गौतम कुमार प्रीतम और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार) के सचिव अनुपम आशीष ने कहा कि-
“मोदी सरकार देश बेच रही है. खेत-खेती से लेकर रेलवे, एयरपोर्ट, बैंक, बीमा आदि के साथ शिक्षा-चिकित्सा को अंबानी-अडानी के हवाले कर रही है.”
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन (बिहार) के निर्भय कुमार, गौरव पासवान और पांडव शर्मा ने कहा कि मंहगाई और बेरोजगारी रिकॉर्ड बना रही है,
अवाम त्रस्त है और मोदी सरकार अंबानी-अडानी की सेवा में मस्त है. मार्च व सभा में प्रमुख तौर पर दीपक पासवान, पांडव शर्मा, निर्भय कुमार, सौरभ पासवान, मौजूद थे.