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देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है किंतु महिलाओं को जो सम्मान और अधिकार मिलना चाहिए, लगता है इस अमृत काल में भी नहीं मिल सका है.

मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के बेंगलुरु में एक महिला को बालों से खींचकर उस समय पीटते हुए मंदिर से बाहर कर दिया गया जब वह भगवान वेंकटेश्वर की पत्नी होने का दावा करते हुए उनकी मूर्ति के बगल में बैठ गई.

हालांकि या घटना 21 दिसंबर की है किंतु जब उसने अमृत पल्ली पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराया है तब जाकर इस घटना का खुलासा हुआ है.

संपूर्ण घटना का वीडियो सामने आने पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए इंडियन पेनल कोड की धारा 354, 323, 324, 504 तथा 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

मंदिर में बात उस समय बिगड़ गई जब महिला ने स्वयं को भगवान वेंकटेश्वर की पत्नी बताया जिसका पुजारी ने विरोध किया.

महिला का कहना है कि जब पुजारी ने उसे मूर्ति के बगल में बैठने की अनुमति नहीं दिया तो महिला ने पुजारियों के ऊपर थूक दिया

जिसके बाद मंदिर के स्टाफ एवं अन्य सदस्यों ने मिलकर उसकी पिटाई करते हुए मंदिर से बाहर कर दिया.

फिलहाल स्थानीय लोगों ने बताया है कि महिला मानसिक रूप से अस्थिर है और वह इस तरह की उलूल-जूलूल हरकतें करती रहती है.

आखिर लैंगिक भेदभाव का दंश देश की आधी आबादी कब तक सहती रहेगी? यह विमर्श का विषय है, समाचार लिखे जाने तक जाँच जारी है.

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