*BBAU, लखनऊ में विवि प्रशासन के द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्राओं का हक मार रहे है।*
विषय:- चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास में अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति की छात्राओं को आवंटित करने के संदर्भ में |
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्विद्यालय,लखनऊ को संसद के द्वारा अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों के छात्रों लिए विशेष दर्जा प्राप्त विश्वविद्यालय है | जिसमे अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों के छात्रों के लिए 50% सीटे छात्रावासों में भी आरक्षित है | विश्वविद्यालय में अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों के लिए दो छात्रावास अलग से हैं, जो समाज कल्याण विभाग के द्वारा निर्माण कराया गया है है | महोदया बताना चाहता हूँ कि सन 2012 में अनुसूचितजाति/जनजाति के छात्रों के लिए समाज कल्याण विभाग ने माननीय बाबू जगजीवन राम के फण्ड से विवि में 100-100 सीटे वाले दो छात्रावासों का निर्माण किया गया जिसमे प्रथम चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास और दूसरा सिदार्थ बॉयज छात्रावास जो अनुसूचितजाति/जनजाति वर्ग के छात्र/छात्राएं के लिए विशेषरूप से बनाया गया था | सन 2012 से 2015 तक चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास और सिदार्थ बॉयज छात्रावास में अनुसूचितजाति/ जनजाति के वर्ग के छात्र/छात्राओ को छात्रावास आवंटित होता आया है | लेकिन पिक्षले सत्र 2015-18 में विवि प्रशासन ने समाज कल्याण के नियम को दरकिनार करते हुए चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास को सामान्य वर्ग के छात्राओ को भी आवंटित हो रहा हैं | जो की समाजकल्याण क नियमो के विरूद्ध छात्रावास आवंटन किया जा रहा है जिसके कारण से अनुसूचितजाति/जनजाति के छात्र/छात्राओ ने तीन वर्ष से लगातार विरोध भी दर्ज कराया जा रहा है लेकिन विवि प्रशासन अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति छात्रों की समस्यायों को 2014 से सुन नही रहा है | सन 2015 से विवि प्रशासन तीन वर्ष से लगातार अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों अधिकारों को हनन किया जा रहा है | जिसके कारण से चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास और सिदार्थ बॉयज छात्रावास में छात्रावास आवंटित को लेकर तीन वर्ष से विवि में संघर्ष का माहोल बना रहता है | अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों के अधिकारों/छात्रावासों से वंचित करके अनुसूचितजाति वर्ग की छात्रायें से पढाई से वंचित रह जाती है | महोदया आपको बताना चाहता हूँ कि विवि के छात्र कल्याण अधिष्ठाता (DSW) (पुरुष छात्रावास) ने संज्ञान में लेकर पिक्षले सत्र 2017-18 में सिद्धार्था बॉयज छात्रावास में केवल अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों को छात्रावास आवंटित किया गया था | लेकिन महोदया सिद्धार्थ बॉयज छात्रावास में सिर्फ अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रों को आवंटित हो रहा है लेकिन चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास को सिर्फ अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति की छात्राओं को क्यों नही आवंटित किया जा रहा हैं | सत्र 2018-19 में विवि प्रशासन अपनी अनुसूचितजाति विरोधी एंव जातिवादी मानसिकता के चलते अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति के छात्रावासों को सामन्य वर्ग के छात्रों को आवंटित किया जा रहा है जिससे अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति छात्राओ में बहुत रोष है | जिससे अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति वर्ग की छात्राएं अपने अधिकारों के मांग के लिए आँदोलन के लिए बाध्य होंगी |
विवि प्रशासन से मांग की है समाज कल्याण विभाग के नियम को मानते हुए सत्र 2018-19 में चित्रलेखा गर्ल्स छात्रावास को अनुसूचितजाति /जनजाति वर्ग के छात्राओ को ही आवंटित करने की कृपा करे | जिससे अनुसूचितजाति के वर्ग के आर्थिकरूप से कमजोर छात्राएं छात्रावास से वंचित न रहे |
प्रार्थी/प्रार्थिनी
(समस्त अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति छात्र/ छात्राएं, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ -२२६०२५ )
प्रेषित प्रतिलिपि –
1. कुलसचिव, बीबीएयू, लखनऊ 2. कुलपति, बीबीएयू, लखनऊ
3. सहायक कुलसचिव, SC/ST, बीबीएयू, लखनऊ
4. अध्यक्ष, अनुसूचितजाति /जनजाति आयोग, उत्तर प्रदेश
5. निदेशक, राष्ट्रीय अनुसूचितजाति आयोग, भारत सरकार, अलीगंज, लखनऊ |
6. चेयरमैन महोदय, राष्ट्रीय अनुसूचितजाति आयोग, भारत सरकार, नई दिल्ली |
7. माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली |
8. माननीय राष्ट्रपति, भारत सरकार, नई दिल्ली |
बसन्त कुमार कनौजिया, 9936947508