यह बहुत ही हैरान करने वाला बयान है कि भाजपा सरकार के स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार का कहना है कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पवार ने बताया कि- “स्वास्थ्य राज्य का विषय है तथा राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोविड-19 मामलों तथा मौतों की संख्या के विषय में केंद्र को नियमित सूचना देते हैं.”
Minister Misled Parliament By Saying That There Was No Death Due To Lack Of Oxygen: Congress | स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार के बयान पर कांग्रेस ने साधा निशाना, कहा https://t.co/ixV7YX6hyO
— Athak इंडिया (@Athakindia) July 21, 2021
बहरहाल किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की कोई खबर नहीं दी है. आपको यहां बता दें कि कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान
केन्द्र सरकार ने कहा है कि कोरोना के दूसरी लहर के दौरान किसी भी व्यक्ति की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने लिखित रुप से ये जवाब राज्यसभा में दिया है। #oxygencrisis #ModiGovt pic.twitter.com/o9AXCMAXkg
— Samachar Chowk (@ChowkSamachar) July 20, 2021
हजारों की संख्या में मरीज ऑक्सीजन की आपूर्ति ठीक और नियमित तौर पर अस्पतालों में ना होने के कारण अकाल मृत्यु का शिकार हो गए.
जीवन रक्षक गैस ऑक्सीजन की मांग 3095 मिट्रिक टन थी जो दूसरी लहर में यह मांग 9000 मीट्रिक टन तक पहुंच गई. पवार के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए
कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने कहा है कि-“मंत्री ने सदन को गुमराह किया है और मैं निश्चित रूप से मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा.”
सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी।
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-
तब भी थी, आज भी है। pic.twitter.com/DPhjih2jbX— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 20, 2021
सरकार पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने भी कहा है कि-” सरकार में संवेदन- शीलता और सच्चाई की भारी कमी है.”
उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं थी. भाजपा में सत्य की भारी कमी तब भी थी और आज भी है.