- भटहट आर्टिजन प्रोड्यूसर कम्पनी के बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स की वार्षिक बैठक सम्पन्न हुई.
विदित हो कि भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ई.डी.आई.आई.) के द्वारा गोरखपुर टेराकोटा क्लस्टर में नाबार्ड द्वारा
प्रायोजित ऑफ फार्म प्रोड्यूसर आर्गनाईजेशन (ओ.एफ.पी.ओ.) परियोजना संचालित है। जिसके निदेशक मण्डल की वार्षिक बैठक सम्पन्न हुई
जिसमें जिला विकास प्रबन्धक ‘नाबार्ड’ गोरखपुर दिप्ती पंत तथा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ई.डी.आई.आई.) गोरखपुर के परियोजना अधिकारी मुकुल वेदी उपस्थित रहे.
बैठक में निदेशक मण्डल के सदस्यों के साथ क्लस्टर की मुख्य समस्याएं जैसे उत्पाद की गुणवत्ता, मार्केटिंग, उत्पाद के एकत्रीकरण, नई डिजाईन और पैकेजिंग ईत्यादि पर विस्तृत चर्चा की गई.
टेराकोटा में काम करने वाले शिल्पकार ओ.एफ.पी.ओ. कम्पनी गठित होने के बाद खुद को सामूहिक रूप से
संगठित करके एक बेहतर संगठन के माध्यम से कम कीमत पर कच्चे माल/मिट्टी इत्यादि खरीद कर अपने उत्पाद को अधिक मूल्य पर कम्पनी के माध्यम से बेच रहे है.
ओ.एफ.पी.ओ. कम्पनी का गठन टेराकोटा शिल्पकारों के सामूहिक व्यवसायिक गतिविधियों के साथ-साथ
उनकी क्षमता निर्माण एवं बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान कर रहा है.
ओ.एफ.पी.ओ. कम्पनी के निदेशक राजन प्रजापति, नंदलाल, श्रीमती अंजनी देवी, जितेन्द्र, रामजी प्रजापति, हरिवंश, नागेन्द्र इत्यादि तथा कंपनी के सीईओ ओम प्रकाश इत्यादि उपस्थित थे.
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ई.डी.आई.आई.) के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ल भी विगत में टेराकोटा क्लस्टर का भ्रमण कर चुके हैं.
ई.डी.आई.आई. के महानिदेशक डॉ. शुक्ला केन्द्र और राज्य सरकारों की विभिन्न कमेटियों में अपनी सेवाएं दे रहे है.
ई.डी.आई.आई. देश में और विदेशो में विभिन्न प्रकार के शोध, शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से उद्यमिता विकास को बढ़ावा देता रहा है
जिसके क्रम में ई.डी.आई.आई नाबार्ड के सहयोग से गोरखपुर टेराकोटा क्लस्टर में ओ.एफ.पी.ओ. परियोजना पर कार्य कर रहा है.
ई.डी.आई.आई. केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं विभिन्न एजेंसियों जैसे-नाबार्ड, सिडबी इत्यादि के प्रायोजन से
विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करती है जिसका मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करना है.