5 अगस्त को बहुजन समाज मना रहा है काला दिवस जानिए क्यों ?

यदि कोई यह सोचता हो कि अयोध्या में मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हो रहा है इसलिए बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है तो ऐसा सोचने वाला बिलकुल गलत हैं क्योंकि मंदिर बने या न बने बहुजन समाज का यह कभी मुद्दा ही नहीं रहा है.

यदि कोई यह सोचता हो कि अयोध्या में बुद्ध विहार बनना चाहिए था लेकिन बुद्ध विहार न बनाकर मंदिर बनाया जा रहा है इसलिए बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है तब भी सोचने वाला साफ-साफ गलत सोच रहा है.

अब यह जानना भी जरूरी है कि तो फिर ऐसी क्या बात है कि आज बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है ?

सबसे पहली बात यह है कि बहुजन समाज भारत के संविधान को मानने वाला समाज है लेकिन अयोध्या में जो मंदिर निर्माण होने जा रहा है वह संविधान को ताक पर रखकर बनाया जा रहा है क्योंकि भारत में जो न्यायालय बने हुए हैं उनके लिए कानून-कायदे बने हुए हैं

और उन कानून कायदों के मुताबिक न्यायालय का प्रत्येक फैसला साक्ष्यों सबूतों व गवाहों के बयान को आधार मानकर दिया जाता है लेकिन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मामले में सभी नियम कायदों को ताक पर रखकर मात्र आस्था के आधार पर फैसला सुनाया गया है जो असंवैधानिक है, इसके विरोध स्वरूप बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है.

दूसरी बात यह है कि भारत में न्यायालयों की परंपरा रही है कि सभी पक्षों को सुनने के बाद ही कोर्ट अपना फैसला सुनाता था लेकिन राम मंदिर बनवाने के चक्कर में सुप्रीम कोर्ट ने बौद्धों के पक्ष को बिना सुने ही मंदिर निर्माण के हित में निर्णय देकर पूरी न्याय व्यवस्था की खुले आम धज्जियां उड़ायी गई हैं इसलिए बहुजन समाज आज काला दिवस मना रहा है.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विवादित स्थल पर समतलीकरण के दौरान मिली बुद्ध की मूर्तियों व बुद्ध विहारों के अव- शेषों को दरकिनार करते हुए बुद्ध भूमि पर अन्याय पूर्ण तरीकों से मंदिर निर्माण किया जा रहा है इसलिए आज बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि बहुजनों को गुलाम बनाने वाले व लाखों की संख्या में बौद्धों के सिर कलम करवाने वाले पुष्यमित्र शुंग का राम के रूप में मंदिर बनाने के विरोध में आज बहुजन समाज काला दिवस मना रहा है.

अतः आप सभी लोग भी आज काला दिवस मनाकर अपना विरोध दर्ज कराएं, एक और विशेष ध्यान देने वाली बात यह भी है कि आज प्रत्येक व्यक्ति संकल्प ले कि मैं अपने बहुजन समाज में आजीवन महापुरुषों की विचारधारा व शिक्षा का उजाला फैलाने का काम करूँगा.

हम लोग जितने ज्यादा संकल्प लेकर बहुजन समाज में शिक्षा का उजाला करेंगे उतना ही ज्यादा काला दिवस मनाना सार्थक होगा. वे लोग दीपक व बिजली की लड़ियाँ जलाजर अयोध्या में उजाला कर रहे हैं

लेकिन बहुजन समाज के लोग अपने समाज में अधिक से अधिक शिक्षा रूपी दीपक व लड़ियाँ जलाजर हर घर तकउजाला करेंगे.

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