मिली सूचना के मुताबिक आरजेडी के पूर्व नेता शक्ति मलिक की आज तड़के सुबह 3 बजे कुछ नकाबपोश बदमाशों ने घर में घुसकर हत्या करने के बाद वहां से फरार हो गए.
इस संबंध में केहाट थाना अध्यक्ष सुनील मंडल ने बताया है कि मृतक की पत्नी खुशबू देवी के बयान के आधार पर नामजद तौर पर प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव,
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, आरजेडी एससी/एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार, साधु, मनोज, सुनीता और कालू पासवान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
दलित और अति पिछड़े समुदाय से तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी की नफरत का उदाहरण है ये।
शक्ति मालिक ने @yadavtejashwi पर सीट के नाम पर चंदा मांगने और जातिसूचक गाली देने का आरोप लगाया था और आज उन्हें गोलियों से भून दिया गया।
ये @RJDforIndia की असल सच्चाई है।@ABPNews @News18Bihar https://t.co/PNLdIgw9El— Rajiv Ranjan Prasad (@RajivRanjanJDU) October 4, 2020
मृतक की पत्नी खुशबू ने कहा है कि राजनीतिक साजिश के तहत उनके पति की हत्या की गई है. आपको यहां बताते चलें की शक्ति मलिक आरजेडी से निकाले जाने के बाद एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अररिया जिले के रानीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे.
बिहार में जेडीयू सत्ता दल के प्रवक्ता ने बताया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी लगातार दलितों, पिछड़ों, वंचितों की बात करते हैं किंतु जब उनका एक वीडियो वायरल हुआ नेता प्रतिपक्ष की असलियत सामने आ गई.
रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक कार्यकर्ता शक्ति मलिक टिकट के लिए कुछ दिन पहले तेजस्वी यादव पर पैसों के लेनदेन का आरोप लगाया था.