वर्तमान नितीश सरकार के कार्यकाल के दौरान विगत वर्षों में बिहार राज्य कई तरह के अपराधिक घटनाओं से जूझने के कारण पुनः अपराध का पर्याय बनता जा रहा है.
ताजा घटनाक्रम के अंतर्गत किशनगंज जिले के नगर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार को ग्रामीणों द्वारा उस समय पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया कर दिया गया, जब लूट की घटना के संबंध में
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वह सीमावर्ती पश्चिम बंगाल के पनतापारा में छापामारी करने के उद्देश्य से अपनी टीम के साथ गए हुए थे. हालांकि उनके साथ गए हमराही पुलिसकर्मी किसी तरीके से जान बचाकर भाग गए.
फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर अस्पताल भेज दिया गया है. घटना की जानकारी प्राप्त होने पर पूर्णिया पुलिस महा निरीक्षक
सुरेश चौधरी, पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष, इस्लामपुर के पुलिस अधीक्षक सचिन मक्कर अस्पताल पहुंच कर मामले की जांच छानबीन कर रहे हैं.
आपको बताते चलें कि अश्वनी कुमार पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के निवासी तथा वह 1994 के बैच में इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुए थे.
किशनगंज के दिवंगत थाना अध्यक्ष अश्विनी कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर, पुलिस लाइन में दी गई सलामी, शव को उनके पैतृक जिला पूर्णिया भेजा जा रहा है। शनिवार सुबह इस्लामपुर के पनतापारा में छापेमारी अभियान के दौरान हुए थे शहीद। pic.twitter.com/uodpX0dE8I
— Hasan Jawed (@RoohaniHasan) April 10, 2021
क्राइम मीटिंग के दौरान एसपी ने सभी थानाध्यक्षों को बढ़ती चोरी की घटना के खुलासे के लिए उन्हें नोटिस जारी किया था जिसके लिए पुलिस अधीक्षक ने
स्वयं उन्हें चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वालें गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी.