यह विडंबना है कि जिस बिहार में शराब पर पाबंदी लगी हुई है वहां धड़ल्ले से शराब बिकने के सबूत मिले हैं. यहां तक कि जहरीली शराब भी लोगों को
मुहैया कराई गई जिनके सेवन से 20 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है. फिलहाल सरकार ने कुछ भी कहने से परहेज किया है.
वहीं एक खेल कार्यक्रम में पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री समीर महासेठ से जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की विषय में सवाल पूछा गया तो इन्होंने कहा कि
“खेलकूद से अपनी ताकत बढ़ाओ. बिहार में मिलने वाली शराब जहर है. यदि आप इस जहरीली शराब को पीकर मरने से बचना चाहते हैं तो अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाइए.”
दूसरी तरफ उन्होंने बताया कि एक नंबर की शराब बिहार में नहीं आ रही है, इसे लोग बिल्कुल न पिएं फिर भी अगर लोग पीकर मर रहे हैं तो यह गलत है.
“बिहार में 1 नम्बर की दारू नहीं आ रही, ब्रह्ममुहूर्त में दौड़कर शरीर बनाएँ”- मंत्री समीर महासेठ pic.twitter.com/tSXF8yNpYh
— UKan (@UKanMovement) December 15, 2022
बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ का यह बयान हास्यास्पद बताया जा रहा है क्योंकि बिहार में पूर्ण शराबबंदी होने के बाद भी यहां की सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है.
यदि वास्तव में शराब की आपूर्ति राज्य में नहीं हो रही है तो फिर लोगों को शराब कहां से मिल जा रही है और उसे पीकर लोग मर क्यों रहे हैं.?
यह एक विश्लेषण का विषय है, फिलहाल जहरीली शराब से हुई मौतों के विषय में प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है.