कांग्रेस के जाने वाले वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि-
“कांग्रेस यदि अनुभव रखने वाले नेताओं तथा सांगठनिक स्तर पर राजनैतिक हकीकत समझने वाले प्रत्याशियों को आगे लाती तो उसे हार का सामना नहीं करना पड़ता.”
कपिल सिब्बल ने फिर उठाया कांग्रेस में नेतृत्व का सवाल, कहा- गंभीर नहीं पार्टीhttps://t.co/bNAj5kRF3K#congress #Biharelectionresult #kapilsibbal
— Oneindia Videos (@OneindiaVideos) November 16, 2020
आपको बता दें कि कुछ दिनों पूर्व जिन 23 नेताओं ने कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर विरोध दर्ज कराते हुए पत्र लिखा था उनमें कपिल सिब्बल का भी नाम था.
https://twitter.com/ob_serv_er/status/1328248497636708352?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1328248497636708352%7Ctwgr%5E&ref_url=https%3A%2F%2Fpublish.twitter.com%2F%3Fquery%3Dhttps3A2F2Ftwitter.com2Fob_serv_er2Fstatus2F1328248497636708352widget%3DTweet
इस पत्र के बाद पार्टी के भीतर भारी घमासान भी देखने को मिला किंतु दुखद यह है कि कांग्रेस में कोई बड़ा बदलाव करने वाला निर्णय नहीं लिया, बल्कि पत्र लिखने वाले नेताओं के कद को ही कम कर दिया.
कपिल सिब्बल ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव तथा अन्य राज्यों के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का उच्च नेतृत्व सामने नहीं आया. मेरी समझ से ऐसा लगता है कि कांग्रेस के बड़े नेता इन सभी हारों को हल्के में ले रहे हैं.
यह बड़ी सच्चाई है कि गुजरात चुनाव में हमें एक भी सीट नहीं मिली बल्कि 3 प्रत्याशियों के तो जमानत भी जबत हो गए हैं, लोकसभा चुनाव में भी यही हाल रहा था.
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कुछ सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को दो पर्सेंट से भी कम वोट मिले जबकि बिहार विधानसभा में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, मात्र 19 सीटों पर ही वह कब्जा करने में सफल हो पायी.
आपको यहां बताते चलें कि बिहार में कांग्रेस के एक बड़े नेता के रूप में जाने जाने वाले तारिक अनवर ने भी कहा था कि बिहार चुनाव परिणाम पर पार्टी के अंदर मंथन होना चाहिए.
वहीं आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी इशारों-इशारों में कह दिया कि- कांग्रेस देशभर में अपने गठबंधन सहयोगियों पर बोझ बनती जा रही है और इसके कारण से हर जगह गठबंधन का खेल खराब हो रहा है.