बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने-अपने ढंग से जनता को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं.
इसी संदर्भ में खुद को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार घोषित करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी का कहना है कि-” वह जब तक बिहार को नंबर एक का राज्य नहीं बना देंगी तब तक थकेंगी नहीं.”
कभी ग्रीस और रोम तक विश्वविख्यात पाटलिपुत्र-पटना-बांकीपुर को ख़ुशनुमा शाम, हैंगआउट प्लेस देकर और दक़ियानूसी शराबबंदी से मुक्त कॉस्मोपोलिटन कैपिटल कौन बनाएगा? मैं? नहीं, आपका शानदार वोट, शानदार भविष्य के लिए! मनहूस, थके हुए लोगों को भगाइए, ग्लोबल बन आगे बढ़ते हैं। #ChooseProgress pic.twitter.com/8pVoqWMq1s
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) October 31, 2020
पुष्पम ने बताया कि बिहार के लोगों को वर्तमान में सभी नेताओं से छुटकारा पाने की जरूरत है क्योंकि यह बात स्पष्ट है कि यदि एक बार कोई शिक्षित व्यक्ति मुख्यमंत्री बन गया तो ये दोबारा कभी सत्ता में नहीं आ पाएंगे.
बिहार की बदहाल स्थिति पर बात करते हुए प्रिया कहती हैं कि इस प्रदेश की बदहाली के लिए यहां की राजनीति जिम्मेदार है. यहाँ कोई भी काम नहीं हुआ है हर तरफ दिक्कतें हैं.
संस्थागत ढांचा बहुत कमजोर है, मैं विदेश में रही हूं और वहां का लोकतंत्र देखा है, ऐसे नहीं चलता जैसे यहां है. यहां लोगों का महत्व ही नहीं है.
पटना के नौजवानों, लड़कियों और सीनियर सिटीज़न को वर्ल्ड क्लास अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट कौन देगा? मैं? नहीं, प्रोग्रेस के लिये आपका वोट! खूब सारा वोट ताकि तीन दशक तक काम न करने वालों का अब टिकट इस राज्य और उसकी राजधानी से कटे। अब आगे बढ़ते हैं, भविष्य के साथ। #ChooseProgress pic.twitter.com/wxpGeGVL05
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) October 31, 2020
पुष्पम कहती हैं कि यहां का सरकारी तंत्र ऐसे पेश आता है जैसे वह हमारे लिए नहीं हम उनके लिए काम करते हैं. यह तभी सुधरेगा जब सत्ता में बैठे मठाधीश हटेंगे.
आपको यहां बता दें कि पुष्पम अपनी प्लूरल्स पार्टी को बिहार का भविष्य मानती है. यही वजह है कि वह अपनी पार्टी में केवल युवाओं और पढ़े-लिखे वर्ग को ही सदस्यता दिला रही हैं.
बिना राजनीतिक बैकग्राउंड रखने वाले लोग उनकी पार्टी से जुड़ रहे हैं, पुष्पम प्रिया के परिवार का जदयू से जुड़ाव हो रहा है लेकिन वह अलग पार्टी बनाकर राजनीति में आई हैं.