BY- THE FIRE TEAM
महाराष्ट्र के सोलापुर के एमएलसी प्रशांत परिचारक ने सैनिकों की पत्नियों को लेकर विवादित बयान दिया है। प्रशांत परिचारक भाजपा समर्थित विधानपरिषद के सदस्य हैं।
शनिवार को सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रशांत परिचारक ने कहा, “सैनिक बच्चा होने के बाद बॉर्डर पर मिठाइयां बांटते हैं, जबकि वे पूरे एक साल से घर नहीं आए थे।”
प्रशांत परिचारक के इस बयान की लोगों ने जब निंदा करनी शुरू की, तब उन्होंने मांफी मांगते हुए एक बयान जारी किया और कहा कि उनका इरादा सैनिकों का अपमान करने का नहीं था। उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत तौर पर सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान करता हूं। अगर उनकी भावनाएं आहत हुईं हों तो मैं क्षमा मांगता हूं। इस तरह की बात करने मेरी गलती थी।”
इधर रणदीप सुरजेवाला जोकि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता हैं, परिचारक के इस बयान को पूरी तरह ‘निंदनीय और अपमानजनक’ बताया। उन्होंने कहा, “भाजपा को परिचारक के बयान पर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए और यह बताए कि वह ऐसे बयानों का समर्थन करती है या नहीं। सैनिकों का अपमान करना राष्ट्रद्रोह है और बीजेपी को इसपर सफाई देनी ही चाहिए।”
चित्रा वाघ जोकि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की महिला विंग की प्रदेश अध्य्क्ष हैं, उन्होंने इस बयान को ‘भद्दा’ बताया। उन्होंने कहा, “नेता ने सेना की बेइज्जती की है। बीजेपी का पर्दाफाश हो गया, उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होनी चाहिए।”
हालांकि माधव भंडारी जो महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख प्रवक्ता हैं, उन्होंने परिचारक के इस बयान से किनारा कर लिया और कहा कि वे सीधे तौर पर पार्टी से नहीं जुड़े हैं।
अनुमान लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र में होने वाले बीएमसी के चुनावों में भाजपा को परिचारक के बयान से नुकसान उठाना पड़ सकता है। इन बीएमसी चुनावों में भाजपा और शिवसेना अलग-अलग लड़ रही हैं। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा था कि राजग में बने रहने का फैसला चुनाव बाद लिया जाएगा।