मिली सूचना के मुताबिक अपने विवादित बयानों के द्वारा सुर्खियों में बने रहने वाले भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने पुनः अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर होने वाले उपचुनाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया है.
इस विषय में साक्षी ने कहा है कि आबादी के हिसाब से श्मशान और कब्रिस्तान दोनों समुदायों हिंदुओं और मुस्लिमों के लिए होने चाहिए.
The #UttarPradesh MP has alleged that Hindus were facing “injustice” as Muslims had larger graveyards in villages. https://t.co/nsMBNJySR9
— The Hindu (@the_hindu) October 26, 2020
मुसलमानों के संबंध में उन्होंने कहा कि-“ घटती जमीन को देखते हुए मुस्लिमों को भी चाहिए कि वह शवों को दफनाने के बजाय जलाना शुरू करें.”
अपनी बात को पुख्ता करने के लिए उन्होंने सवाल पूछने वाले अंदाज में कहा कि देश में लगभग 2 से ढाई करोड़ साधु है और यदि हम इन सभी के लिए समाधि बनाना शुरू कर दें तो कोई भी कल्पना कर सकता है कि उसके लिए कितनी जमीन की जरूरत पड़ेगी.
इसी प्रकार भारत में लगभग 20 करोड़ की आबादी मुस्लिम समुदाय रखता है. ऐसे में यदि इन सभी को दफनाना पड़े तो कृषि के लिए कितनी जमीन बचेगी.?
साक्षी महाराज यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने तो शवों के निस्तारण के लिए सभी समुदायों को दाह संस्कार की पद्धति को अपनाने पर बल दिया.
उन्होंने बताया कि हमारे पास देश में खेती करने के लिए जमीन नहीं बचेगी. ऐसे में हमारे धैर्य और शालीनता की परीक्षा नहीं होनी चाहिए.
साक्षी के इन उलट बयानों पर सपा ने तंज कसते हुए कहा कि-” दरअसल भाजपा नफरत की राजनीति पर सदैव उतारू रहती है और ऐसा वे हर चुनाव में किया करते हैं.”