उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद से बहुजन समाज पार्टी को लेकर विधायक असलम रायनी ने पार्टी पर निशाना साधते हुए इसकी तुलना डूबते हुए जहाज से किया है.
बसपा से निष्कासित किए जाने पर असलम रायनी ने कहा कि- “पार्टी प्रमुख मायावती के द्वारा ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित करने से कुछ नहीं होगा क्योंकि इसके साथ ब्राम्हण तो क्या अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों सहित कोई भी समाज साथ में नहीं है.”
मायावती के ब्राह्मण सम्मेलन पर बसपा के निष्कासित विधायक असलम रायनी ने किया बड़ा दावाhttps://t.co/ybvFZfq3xT
— Special Coverage News (@SpecialCoverage) July 19, 2021
आपको बता दें कि भिंगा सीट से विधायक रायनी ने बताया कि बसपा का ब्राम्हण प्रेम सिर्फ चुनावी स्टंट है. एक समय था जब बृजेश पाठक जैसे ब्राह्मण नेता पार्टी में थे, उस समय बात ही दूसरी थी. आज ब्राह्मण केवल सतीश चंद्र मिश्रा के बल पर डूबते जहाज में सवार नहीं होंगे.
बसपा से निकाले जाने के बाद असलम रायनी की नज़दीकियां समाजवादी पार्टी की ओर बढ़ी हैं. आने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में ब्राह्मणों का रुझान सपा की तरफ है.
इसकी मुख्य वजह यह है कि उन्होंने स्वयं लखीमपुर, सीतापुर, गोरखपुर, बलरामपुर, बहराइच, गोंडा तथा अपने जनपद श्रावस्ती के ब्राह्मणों से बात किया है.
दूसरी तरफ अल्पसंख्यक समाज भी सपा की ओर ही झुकाव बनाए हुए हैं. इसी आधार पर अखिलेश यादव प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे.