हमसे वोट मत मांगिए, हिटलर की तरह ‘एक्सटर्मिनेशन कैंप’ में डाल दीजिए ताकि बटन दबाने वाले हमारे अंगूठे यूं ही समाप्त हो जाएं: पूर्वाञ्चल गांधी

गोरखपुर: पर्यावरणविद, समाजवादी, मनुष्यता के हिमायती, दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी, पूर्वाञ्चल गांधी कहे जाने वाले डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने देश के वर्तमान हालत को देखते हुए अपनी सत्य, अहिंसा की पूरी ताकत से बताया है कि वह झूठ’ हिंसा’ पर टिकी नरेंद्र मोदी की सत्ता का पतन चाहते हैं. इन्होंने कहा है कि आटा, चावल, … Read more

अब एक चुनाव, एक उम्मीदवार! व्यंग्य: राजेंद्र शर्मा

Chhatisgarh: मोदी जी ने क्या कुछ गलत कहा था? राहुल गांधी अमेठी से भागे हैं कि नहीं. अमेठी से भागकर बगल में रायबरेली में गए हैं, पर भागे तो हैं. भागने के लिए दूर जाना जरूरी थोड़े ही है, बगल में भी भागकर जाया जा सकता है और माना कि राहुल रायबरेली से लड़ेंगे, पर … Read more

मोदी राज में लोकतंत्र की सीरत और वन नेशन, वन इलेक्शन के पीछे की नीयत: बादल सरोज

सूरत: में जो हादसा हुआ है, वह किसी भी सभ्य समाज और परिपक्व लोकतंत्र पर एक बदसूरत धब्बा है इसलिए यह सिर्फ सूरत का हादसा नहीं है. जैसा कि अब तक लगभग सब जान चुके हैं कि इस संसदीय क्षेत्र के चुनाव अधिकारी, जो आम तौर से कलेक्टर होता है, ने 18वीं लोकसभा के लिए … Read more

मतदान का एक आधार प्रेस की आजादी भी होना चाहिए: बादल सरोज (PART-2)

यह वह कालखंड है, जब इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ अकेले 2023 के वर्ष में 94 पत्रकारों और मीडिया कर्मियों की हत्या हुयी. इनमें 9 महिलायें भी शामिल थीं, खुद सरकार के अधूरे और बताने कम, छुपाने ज्यादा वाला आंकड़े मानते हैं कि पत्रकारों का उत्पीड़न और उन पर हर प्रकार के … Read more

मतदान का एक आधार प्रेस की आजादी भी होना चाहिए: बादल सरोज (PART-1)

18वीं लोकसभा के निर्वाचन के लिए मतदान शुरू होने वाला है. सभी–यहाँ तक कि जो खुद को सबसे सुरक्षित और पुरयकीन दिखा रहे हैं, वे सत्तासीन भी–मानते हैं कि ये चुनाव आसान नहीं हैं. देश के भविष्य के लिए तो बिलकुल भी आसान नहीं हैं. लोकतंत्र में चुनावों के दौरान जो होता है वह हो … Read more

समतापुरुष बाबा साहब की जयंती पर पूर्वाञ्चल गाँधी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

गोरखपुर: महामानव बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती पर ‘पूर्वांचल गांधी’ कहे जाने वाले डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग किया है कि उन्हें उनके हिस्से का लोकतंत्र वापस किया जाए. आपको याद दिलाते चलें कि इन्होंने 100 से अधिक पत्र राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अनेक जिम्मेदारों को अवगत कराया … Read more

डंका तो बज रहा है, पर बदनामी का-आलेख: राजेंद्र शर्मा (PART-1)

बहुत शोर है कि मोदी के राज में दुनिया भर में भारत का डंका बज रहा है. खुद प्रधानमंत्री मोदी कई मौकों पर अपने मुंह से कह चुके हैं कि पहले तो लोग भारत में पैदा होने पर शर्म महसूस करते थे, पर अब गर्व करते हैं. वह भारत को विश्व गुरु बनाने के इशारे … Read more

सनातन धर्म बनाम हिंदू धर्म टिप्पणी: संजय पराते

हाल ही में अरुण माहेश्वरी की 8 अध्यायों में विभाजित एक छोटी-सी पुस्तिका “सनातन धर्म: इतना सरल नहीं” आई है. यह पुस्तिका सनातन धर्म और हिंदू धर्म के बीच के संबंधों और विवादों का गहराई से तथ्यपरक विश्लेषण करती है. हाल ही में हिंदुत्व का झंडा उठाए संघ-भाजपा ने चुपचाप हिंदू धर्म को सनातन धर्म … Read more

आज की तारीख में भगत सिंह के वारिस होने का मतलब

अपनी भावनाओं, विचारों और कुर्बानियों के चलते कोई व्यक्ति किसी देश में क्रांति की अनवरत जलती मशाल बन जाता है, चाहे जितनी आंधी आए, चाहे जितने तूफान आएं, वह मशाल बुझती नहीं. हां, उसकी लौ कभी धीमी और कभी तेज हो जाती है. भारतीय समाज में सिर्फ साढ़े तेईस वर्ष का एक नौजवान भगत सिंह … Read more

जीवन, मानवता, लोकतंत्र, संविधान की रक्षा के लिए ‘बनारस सत्याग्रह’ करेंगे पूर्वाञ्चल गांधी

अगर कोई सरकार जनता को इसके बुनियादी अधिकारों से वंचित रखती है तो जनता का अधिकार ही नहीं बल्कि कर्तव्य बन जाता है कि ऐसी सरकार को बदल दे-भगत सिंह आटा, चावल, गेहूं, दाल, तेल, चीनी, दवा पर लगे जीसटी को हटाने कि मांग को लेकर पूर्वाञ्चल गांधी ने 100 से अधिक पत्र/ ज्ञापनों/ सत्याग्रह … Read more

Translate »
error: Content is protected !!