बलात्कार जैसी जघन्यतम अपराध को रोकने के लिए भारत में कानून

BY- THE FIRE TEAM भारतीय दंड संहिता की धारा 375 के तहत ‘बलात्कार’ आरोप को दो भागों में परिभाषित किया गया है: एक पुरुष द्वारा महिला में किसी भी छिद्र (योनि, गुदा, मुंह, मूत्रमार्ग) की गैर-सहमति से प्रवेश, या, मुंह से किसी भी छिद्र का गैर-संवेदी स्पर्श। यह सेक्स करने तक ही सीमित नहीं है। किसी … Read more

क्या इंटरनेट आपका मौलिक अधिकार है?

BY- शशांक पटेल “हम सभी आज इंटरनेट से ठीक उसी प्रकार जुड़ गए जैसे किसी विशाल मस्तिष्क में न्यूरॉनस।”   …. स्टीफन हॉकिंग इंटरनेट लाखों लोगों के लिए सूचना का प्राथमिक स्रोत है और जिसके माध्यम से  लोगों के पास अनंत मात्रा में जानकारी उपलब्ध है। आज इंटरनेट के बिना दुनिया की कल्पना करना भी लगभग … Read more

यूपी: सरकार द्वारा बाल कल्याण समिति को खत्म करने का फैसला असंवैधानिक

BY- THE FIRE TEAM सरकार के द्वारा उठाया गया 30 जनवरी का अधिनियम के विरुद्ध अविधिक फैसला JJ act 2015 के अंतर्गत बच्चों की देखरेख संरक्षण की न्यायिक व्यवस्था को सरकारी व्यवस्था में बदल दिया गया। सरकार द्वारा  JJ Act 2015 में किये बदलवा की वजह से प्रदेश के सभी जिलों में pocso पीड़िताओं,परित्यक्त व अन्य … Read more

झूठी प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) से बचने के लिए क्या करें?

BY- THE FIRE TEAM एफआईआर को फर्स्ट इनफार्मेशन रिपोर्ट भी कहते हैं; जब किसी के साथ कोई अपराध होता है, चोरी होती है इत्यादि तो वह पुलिस को रिपोर्ट लिखवाते हैं और इसी को एफआईआर कहा जाता है । इसको ऐसे भी समझा जा सकता है कि जब घटना की पहली जानकारी को लिखित में बदला … Read more

व्यभिचार (adultery): जानिए क्या यह अपराध है या कोई अपराध नहीं

BY- THE FIRE TEAM सुप्रीम कोर्ट द्वारा 27 सितंबर, 2018 को आपराधिक कानून के तहत वयस्कता (व्यभिचार) को समाप्त कर दिया गया था। इससे देश भर में गरमागरम बहस छिड़ गई। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का जहां सबसे अधिक स्वागत किया गया, वहीं कुछ ऐसे भी थे जो इससे असंतुष्ट थे। अपने आप में निर्णय काफी … Read more

गुलाम नबी आजाद मामले के संबंध में इंटरनेट का उपयोग करने का अधिकार

BY- अक्षत शर्मा, आदित्य कुमार स्वतंत्रता और सुरक्षा हमेशा असहमति के विषय रहें है। हमारे सामने सवाल, बस यह है कि हमें अधिक, स्वतंत्रता या सुरक्षा की क्या आवश्यकता है? यह जवाब देना मुश्किल है कि सुरक्षित होने के बजाय मुक्त होना बेहतर है या मुक्त होने के बजाय सुरक्षित होना चाहिए। हालांकि, हमें यह … Read more

लिव-इन रिलेशनशिप में रहना अब भारत में अपराध नहीं

BY- THE FIRE TEAM लिव-इन रिलेशनशिप – दो वयस्कों के बीच सहमति से विषमलैंगिक सेक्स किसी भी अपराध की श्रेणी में नहीं है, भले ही इसे अनैतिक माना जाए। घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 से महिलाओं की सुरक्षा की धारा 2 (एफ) के तहत विवाह की प्रकृति के संबंध अभिव्यक्ति के भीतर एक लिव-इन संबंध भी आता … Read more

महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के कारण और उपचार

BY- THE FIRE TEAM कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न की समस्या कोठरी से बाहर आ रही है। समाचार पत्रिका तहलका के प्रबंध संपादक तरुण तेजपाल का मामला एक मामला है। इस विशेष मामले ने इस मुद्दे को केंद्र के मंच पर ला दिया है क्योंकि अधिक पीड़ित ऐसे अपराधों की शिकायत करने के लिए साहस जुटा रहे … Read more

जानिए लोक अदालतों की उत्पत्ति, अधिकार क्षेत्र और उनकी शक्तियों के बारे में

BY- THE FIRE TEAM लोक अदालत (पीपुल्स कोर्ट) की अवधारणा विश्व न्यायशास्त्र में एक अभिनव भारतीय योगदान है। लोक अदालतों की शुरूआत ने इस देश की न्याय व्यवस्था को एक नया अध्याय जोड़ा और पीड़ितों को उनके विवादों के संतोषजनक समाधान के लिए एक पूरक मंच प्रदान करने में सफल रही। यह प्रणाली गांधीवादी सिद्धांतों पर … Read more

कॉमेडियन कुणाल कामरा ने इंडिगो को कानूनी नोटिस भेजा, 25 लाख रुपये का मुआवजा मांगा

BY- THE FIRE TEAM कॉमेडियन कुणाल कामरा ने शनिवार को निजी वाहक इंडिगो को एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें 28 जनवरी को मुंबई-लखनऊ की उड़ान पर पत्रकार अर्नब गोस्वामी को घेरने के लिए छह महीने के लिए उसके साथ यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कानूनी रूप से निलंबन तुरंत रद्द करने की मांग … Read more

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