एक जागरूक नागरिक के तौर पर आप भी सोचें, देश में क्या चल रहा है?
(इंजि0 जगमोहन निषाद की कलम से) मैं एक बात नहीं समझ पा रहा हूं कि पहले की सरकारों में 1962, 1965, 1971 की भीषण लड़ाईयाँ हुईं, पोलियो, प्लेग, हैजा, टीबी जैसी महामारियाँ भी आई जिनका मुफ्त में इलाज हुआ, मुफ्त में पूरे देश का टीकाकरण हुआ. खरबों का घोटाला भी हुआ, काला धन विदेशों में … Read more