कुपोषण के अंधेरे में गुम होता बाल जीवन
BY– जगदीश बाली मुट्ठी भर दाने को तरसता बालजीवन: कुछ रोज़ पहले मैंंने देखा कि एक नन्हा सा बच्चा अपनी माँ के साथ नज़दीक के प्राइवेट स्कूल जा रहा है। मां-बेटॆ के सथ-साथ उनका छोटा सा कुत्ता भी दुम हिलाता हुआ चल रहा था। बच्चा बिसकिट खाता हुआ चल रहा था। वह एक बिसकिट खुद … Read more