उत्तर प्रदेश में मायावती के बदले राजनीतिक स्टैंड को देखते हुए ‘आजाद समाज पार्टी’ के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने अंबेडकर और कांशीराम के सपनों को पूरा करने के लिए स्वयं का समर्थन करने की अपील बहुजन समाज से किया है.
चंद्रशेखर ने ट्वीट के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा है कि- “राजनीतिक घटनाक्रम से आप सभी वाकिफ हैं मुझे खुशी नहीं आलोचना करनी है.
लेकिन जो भी बाबा साहब कांशीराम के सपने को सच करना चाहते हैं उनके लिए यह फैसले की घड़ी है आजाद ने बहुजन मूवमेंट को मजबूत करने के लिए ‘आजाद समाज पार्टी’ को मजबूत बनाएं.”
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम से आप वाक़िफ़ हैं मुझे किसी की आलोचना नहीं करनी है. लेकिन जो भी बाबा साहब व मान्यवर कांशीराम साहब के सपनों को सच करना चाहते हैं उनके लिए ये फ़ैसले की घड़ी है। निवेदन है कि आप सभी बहुजन मूवमेंट को मजबूत बनाने के लिये आज़ाद समाज पार्टी से जुड़े।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 29, 2020
आपको यहां बताते चलें कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाजवादी पार्टी को चुनाव में हराने के लिए मायावती ने कहा कि जरूरत पड़ी तो भाजपा को भी समर्थन देंगे. उन्होंने आगामी राज्य सभा चुनाव,
विधानसभा चुनाव, विधानपरिषद में समाजवादी पार्टी के खिलाफ खड़े होने वाले किसी भी मजबूत उम्मीदवार को समर्थन देने का वादा किया है.
इसके अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बाद 1995 के गेस्ट हाउस केस को उन्होंने वापस ले लिया था जिसे अब वे एक बड़ी भूल बता रही हैं.
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मायावती के बदले राजनीतिक स्टैंड के बाद चंद्रशेखर आजाद ने खुद के लिए मांगा समर्थन@BhimArmyChief https://t.co/kSE9sIQMm1— JanjwarMedia (@janjwar_com) October 30, 2020
दरअसल, चंद्रशेखर मायावती के उन समर्थकों को अपने पाले में करना चाहते हैं जो किसी हाल में भाजपा को समर्थन देने को तैयार नहीं हो सकते हैं.
वास्तविकता यह है कि चंद्रशेखर आजाद को बसपा यूं ही अपने लिए राजनीतिक खतरा मानती है जो खुले तौर पर माया को अपनी बुआ बताते हैं जबकि मायावती और उनकी पार्टी की तरफ से इस तरह का कोई संबंध होने से इंकार किया जाता है.