- जददुपुर गांव में हुई निर्मम हत्या की उच्चस्तरीय जांच की मांग के साथ ही पवन सिंह ने पीड़ित परिजनों को हर संभव मदद का दिया भरोसा
पूर्वांचाल में गरीबों, यतीमों एवं असहायों की मदद करने वाले और अन्याय के खिलाफ खड़े होकर न्याय की लड़ाई लड़ने वाले अतिपिछड़ों के साथ
कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले पूर्वांचाल में यादव जाति में अच्छा प्रभाव रखने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पवन सिंह,
झगहां थाना क्षेत्र के जददुपुर गाँव में यादव परिवार के आंखों से बहते आंसुओं को पोछने पहुंचे. इनके साथ हज़ारों की संख्या में उनके समर्थक पहले से ही जददुपुर गाँव में पहुंचे हुए थे.
सपा नेता पवन सिंह ने राम किशन और विशाल यादव के परिजनों से मुलाकात कर उनके दुखों को साझा किया.
सपा नेता पवन सिंह को अपने पास देख दोनों यादव परिवार के लोग फूट-फूट कर रोने लगे और सपा नेता को अपना दर्द बयां किया.
दोनों पीड़ित परिवारों के लोगों ने बताया किस तरह से पूरे गाँव में हत्यारोपियों ने तांडव मचाया था.
पुलिस जातिविशेष के सत्ता पक्ष की संरक्षण में जानबूझकर कर मदद कर रही थी. गाँव में हत्या हो गयी.
महिलाओं को मारा जा रहा था लेकिन पुलिस मौके पर आने में चार घंटे लगा दिया. तमाम लोग आए लेकिन मेरे परिवार की किसी ने मदद नहीं की.
सपा नेता पवन सिंह ने दोनों पीडित परिवारों की बातों को सुना उन्हें हिम्मत और हौसला दिया. साथ ही पवन सिंह ने तत्काल दोनों यादव परिवारों को एक-एक लाख रुपये की नगद धनराशि देकर मदद किया.
सपा नेता पवन सिंह ने मीडिया के जरिये उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की पुलिस प्रशासन को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि-
“जददुपुर गाँव के नागरिक दर्द, तकलीफ और डर के साये में जी रहे हैं. इस गांव का पीड़ित परिवार पूरी तरफ से ख़ौफ़ज़दा है.”
अफसोस यह है कि सत्ता पक्ष का एक भी नुमाइन्दा जददुपुर गाँव में पीड़ित का हाल जानने के लिए नहीं आया और न ही किसी पीड़ित की मदद की गई.
पूरे गाँव में गोलियां चल रही थी लेकिन पुलिस ने पीड़ितों की मदद नहीं किया. पुलिस वालों ने हत्यारों को खुली छूट दे रखी थी.
उत्तर प्रदेश अपराध मुक्त कहां हुआ है? जब सूबे के मुखिया का गृह जनपद अपराध मुक्त नही हो पाया तो पूरे प्रदेश की क्या स्थिति होगी?
सपा नेता पवन सिंह ने कहा कि- “पीड़ित परिवार के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और शादी विवाह का जिम्मेदारी अब मेरे उपर है. मैं आजीवन इस परिवार की मदद करता रहूंगा.”
सपा नेता ने पीड़ित परिवार के लोगों को न्याय दिलाने के लिए पांच सूत्रीय मांग मीडिया के जरिये उत्तर प्रदेश सरकार तक पहुँचाया है-
- पहली मांग दोनों पीड़ित यादव परिवार के लोगों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराया जाए, परिवार अभी भी दहशत में जी रहा है.
- पीड़ित परिवार को जिला प्रशासन तत्काल शस्त्र लाइसेंस जारी करे
- उत्तर प्रदेश सरकार दोनों पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख का मुआवजा दे ताकि इनको थोड़ी सी ताकत मिल सके.
- दोनों पीड़ित परिवार के घरों के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए
- इस हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच कराकर पीड़ित परिवारों को न्याय दिया जाये
अगर ये पांच मांगें अतिशीघ्र नहीं मानी गयी तो सड़कों पर एक बड़ा आंदोलन होगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर होगी.