(सूरज कुमार आनन्द की रिपोर्ट)
चौरी-चौरा: कहते हैं स्वच्छता हजार नियामत है क्योंकि एक स्वच्छ और स्वस्थ मस्तिष्क में ही अच्छे विचारों को पनपने का मौका मिलता है.
यह सब तभी संभव है जब हमारे आसपास का वातावरण प्रकृतियुक्त हो. किसी ने बताया है कि एक वृक्ष 10 पुत्र समान यानी कि हरा-भरा पेड़
न केवल हमें जीवनदायिनी गैस ऑक्सीजन उपलब्ध कराता है बल्कि सूखने के बाद उसी पेड़ की लकड़ियां हमें इंधन व अन्य फर्नीचर की वस्तुएं बनाने में मदद करती हैं.
प्रकृति को सुरम्य बनाने तथा बच्चों में इसकी आदत विकसित करने के लिए चौरी चौरा के गौनर मोनहा स्थित तपेश्वरी देवी परमानन्द स्मारक स्कूल के अध्यापकों व विद्यार्थियों ने मंगलवार को विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया.
इस संस्था के प्रमुख इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि आज पौधारोपण के साथ-साथ बच्चों को पौधारोपण का महत्व भी समझाया गया.
पेड़-पौधे प्रकृति की अनुपम देन हैं, पेड़ एक देश की बहुमूल्य संपदा होते हैं, जहां पर पेड़ अधिक मात्रा में होते हैं वहां की जलवायु स्वच्छ होती है.
विद्यालय की अध्यापिका मधु मैम ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पेड़ हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं और इनकी रक्षा करना हमारा दायित्व है.
जब तक पृथ्वी पर पेड़ों का अस्तित्व है तब तक ही मानव सभ्यता का अस्तित्व है. इसलिए हमें पेड़ों की सुरक्षा करनी होगी.
विद्यार्थियों को जागरूक करने के इस क्रम में गरिमा, छाया, मधु, प्रियंका, नेहा, संध्या, रिंकू आदि अध्यापिकाओं सहित कालिका सर, परमहंस, रंजीत, सुनील, सूरज जी अध्यापक गण भी मौजूद थे.