चौरी-चौरा: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति चेतना जागरण मंच, चौरी चौरा गोरखपुर तथा मा.कांशीराम संघर्ष समिति सरदार नगर गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में
शहीद स्मारक चौरी-चौरा के सभागार में एक जन सभा आयोजित किया गया जिसमे ‘चेतना जागरण मंच’ के संयोजक फेंकू प्रसाद सरोज ने कहा कि-
“भारत वर्ष में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के ऊपर लगातार हो रहे जघन्य अपराधों को बर्दास्त नही किया जायेगा. यदि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा अपराधों पर नियंत्रण नहीं हुआ तो संगठन बाध्य होकर जनांदोलन करेगा.”
इसी क्रम में मान्यवर कांशीराम संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि आजादी के 75 वर्ष हो गए किन्तु आज भी एससी/एसटी के लोग सुरक्षित नहीं हैं
क्योंकि राजस्थान के जालौर जिले के सारण गांव के इंद्र कुमार मेघवाल( उम्र 9 वर्ष) को मटका का पानी छूने पीने के वजह से शिक्षक छैल सिंह द्वारा निर्मम पिटाई से हॉस्पिटल में मौत हो जाती है.
जयपुर की शिक्षिका अनिता रेगर को स्कूल जाते समय सामंतवादी/मनुवादी विचारधारा के लोगों ने रास्ते में पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया.
वहीं उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में दो सौ पचास रूपये फीस के लिए बृजेश कुमार विश्वकर्मा जो तीसरी कक्षा के विधार्थी को बेरहमी से पीट-पीटकर कर मार डाला गया.
इस तरह पूरे भारत वर्ष में हो रहे अत्याचार को कानून बनाकर रोका जाना आवश्यक है. ‘अंबेडकर जन मोर्चा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रवण कुमार निराला ने कहा कि
यदि घटना में न्याय नहीं मिला तो देश में आंदोलन होगा, तत्पश्चात शहीद स्मारक से पैदल मार्च भोपा बाजार चौराहा नई बाजार रोड होते हुए, थाना के गेट से वापस होकर तहसील परिसर में पहुंचा.
सभा के माध्यम से उपजिलाधिकारी महोदय को महामहिम राष्ट्रपति महोदया को संबोधित पत्र दिया गया जिसमें एससी/ एसटी के ऊपर हो रहे जुर्म, अत्याचार व जघन्य अपराधों को रोकने के लिए
मांग के साथ-साथ मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ आर्थिक सहायता के साथ प्रति पीड़ित परिवार को दो-दो सरकारी नौकरी देने के साथ अपराधियों को मृत्यु दण्ड की मांग की गई.
यदि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय स्तर पर संगठन जोरदार विरोध करेगा. अन्य सभी साथियों ने उक्त घटना की कोटि-कोटि घोर निंदा किया.
कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार ने किया जबकि अध्यक्षता फेंकू प्रसाद सरोज ने किया. इस कार्यक्रम में कई संगठन के साथी एक जुट होकर इन घटनाओं पर हुंकार भरा और ये चेतावनी भी दिया कि इस तरह की घटना को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इस कार्यक्रम में रामदरश, अजीत कुमार, एडवोकेट मुखलाल, दुर्गा प्रसाद विनोद कुमार, अश्वनी, श्रवण निषाद, अजय कुमार सहित कई अम्बेडकरवादी संगठनों के सदस्यों के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.