गोरखपुर: ‘तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन’ द्वारा सीएम सिटी गोरखपुर में बेलगाम लोक सेवकों के निरंकुश भ्रष्टाचार के विरुद्ध चरणबद्ध
चलाए जा रहे अभियान के दूसरे क्रम में 5 अक्टूबर, 2021 से मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोरखपुर के कार्यालय पर चलाए जा रहे सत्याग्रह संकल्प
के 25 वें दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि-
“भ्रष्ट लोक सेवकों पर अंकुश लगाने में शासकीय तंत्र विफल है जिसके परिणाम स्वरूप भ्रष्ट लोक सेवकों द्वारा लोक हितों की अनदेखी कर भ्रष्टाचार के नित्य नए
आयाम तय कर रही है जिसके विरुद्ध संगठन द्वारा प्रतीकात्मक प्रतिकार व्यक्त करते हुए बार-बार शासकीय तंत्र को चिर निंद्रा से जगाने का प्रयास किया जा रहा है.”
शासकीय तंत्र द्वारा भ्रष्ट लोक सेवकों पर अंकुश लगाने की नित्य उदासीनता दिखाई दे रही है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि संगठन को विवश होकर
लोकहितों के रक्षार्थ उच्च न्यायालय के समक्ष जनहित याचिका प्रस्तुत करने की दिशा में अग्रसर होना होगा.
उपरोक्त कार्यक्रम के मध्य में संगठन के राज्य विधिक सलाहकार अमरेंद्र कुमार राय, एडवोकेट उच्च न्यायालय इलाहाबाद उपस्थिति दर्ज कराते हुए शासकीय-प्रशासकीय
तंत्र की उपेक्षात्मक कार्यशैली पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि- “विधि धारित राज्य में विधि व्यवस्थाओं व संवैधानिक अधिकारों की उपेक्षा करना
राज्य के निर्धारित दायित्व के विपरीत कार्य शैली का परिचायक है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.”
व्यवस्था में बैठे पोषक यदि अविलंब लोक हितार्थ 37 बिंदुओं के ज्ञापन को संज्ञान में नहीं लेते हैं तो अविलंब उच्च न्यायालय के समक्ष जनहित याचिका प्रस्तुत किया जाएगा.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर,
वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, राजेश शुक्ला अधिवक्ता कमिश्नरी बार गोरखपुर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.