कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए गए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर भाजपा और उसके केंद्रीय मंत्री द्वारा आलोचना किए जाने का पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि
“भाजपा के लिए यह चिंता का विषय बन गया है कि कैसे कांग्रेस का जनसमर्थन बढ़ रहा है.? ‘झूठ की फैक्ट्री’ भाजपा कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा के कदम से घबरा गई है.?”
लेकिन भाजपा को याद रखना चाहिए कि यदि वह कांग्रेस के विरुद्ध आक्रामक रुख अपनाएंगे तो कांग्रेस उनके विरुद्ध डबल आक्रामक हो जाएगी.
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान में कहा था कि राहुल गांधी विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ो निकले हैं.
जिनका बेटा तिरंगा थामने से मना कर देता है, जिनके साहब इटली का चश्मा पहनते हैं, वो किस मुँह से दूसरों के कपड़ों पर टिप्पणी करते हैं? : जयराम रमेश pic.twitter.com/eeoNigi5FX
— Bolta Hindustan (@BoltaHindustan) September 11, 2022
इसका पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि-“हमें क्यों बताना चाहिए? हम क्यों बताएं? किसको बताएं? जिस व्यक्ति के बेटे ने तिरंगे को हाथ में लेने से इनकार कर दिया. जिसके साहब मेड इन इटली चश्मा पहनते हैं.”
इन सब को लेकर कौन सवालिया निशान उठा रहा है. कम से कम हमारे नेता राहुल चश्मा तो ‘मेड इन खान मार्केट’ पहन रहे हैं.
जिस स्तर पर अमित शाह, स्मृति ईरानी, तेजस्वी सूर्य अलग-अलग लोग गिरे हुए हैं, मैं उस स्तर पर नहीं जाना चाहता हूं.
हम पहले ही बता चुके हैं कि कांग्रेस द्वारा प्रारंभ किए गए भारत जोड़ो यात्रा ‘मन की बात’ नहीं होगी, यहां जनता की चिंता मूल विषय है.
किंतु जिस तरह भाजपा नेताओं के आरोप झूठे और बेबुनियाद रहे हैं, उससे साफ पता चलता है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने भाजपा को परेशानी में डाल दिया है.
तभी तो वह राहुल गांधी के आराम करने वाले कंटेनर, तो पहनने वाली टीशर्ट और जूतों को मुद्दा बना रही है.
दरअसल भाजपा केवल नफरत और कट्टरता की राजनीति करती है तथा लोगों को जाति, धर्म, भाषा, प्रांत के आधार पर बांटने में लिप्त रहती है.
फिलहाल अभी राहुल गांधी प्रत्येक दिन विश्व 22 किलोमीटर चल पा रहे हैं जो आने वाले दिनों में 25 किलोमीटर तक कर लिया जाएगा
यहां याद दिलाते चलें कि कांग्रेस ने भारत छोड़ो यात्रा का प्रारंभ 7 सितंबर, 2022 से तमिलनाडु के कन्याकुमारी स्थान से प्रारंभ किया है.
जिसमें स्थानीय जनता के मुद्दों को विषय बनाकर लोगों के साथ सरोकार स्थापित किया जा रहा है. इस यात्रा की कुल दुरी 3,570 किलोमीटर की होगी जो कश्मीर में जाकर समाप्त की जाएगी.