BY- THE FIRE TEAM
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 8 पर आम चुनाव के पहले चरण का मतदान चल रहा है। कैराना में दलित वोटर को नही डालने दिया जा रहा वोट।
कैराना निर्वाचन क्षेत्र के शामली नया बाज़ार के दलित मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें भारतीय चुनाव आयोग द्वारा अपमानित किया गया है।
इन दलित मतदाताओं का आरोप है कि उनका नाम मतदाता सूची में होने के बावजूद भी मतदान नही करने दिया जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला कैराना के श्यामली नई बाजार बूथ संख्या 40 का है, जहाँ एक मतदाता को दलित होने की वजह से वोट नही डालने दिया गया।
मतदाता ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में उसका नाम है और मतदान पर्ची होने के बावजूद उसे मतदान करने की अनुमति नहीं दी गयी।
मतदाता ने दावा किया कि मतदान अधिकारियों ने उन्हें अपना वोट डालने की अनुमति नहीं दी क्योंकि वे दलित हैं।
दलित मतदाता ने ऊनी कहानी रोते हुए बताई की पोल अधिकारियों ने कहा है कि दलित मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति नही है।
इस व्यक्ति के साथ इनकी पत्नी भी थी और दोनों को ही उनके मतदान के अधिकार का प्रयोग नहीं करने दिया गया।
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बात दें कि उत्तर प्रदेश में दलितों की संख्या 21.1 फीसदी है, ऐसे में दलित वितर काफी मायने रखते हैं और निर्णायक भूमिका निभाते हैं। सभी पार्टियां दलितों को किसी ना किसी बहाने अपनी तरफ आकर्षित करती हैं।