राजस्थान राज्य के पाली जिले से सनसनीखेज घटना सामने आई है जहां कोविड हेल्थ सहायक की सरेआम चाकू गोदकर हत्या कर दी गई है.
मृतक जितेंद्र पाल मेघवाल बाली गांव का रहने वाला था तथा पाली के ही सरकारी हॉस्पिटल में काम कर रहा था.
फिलहाल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है. ऐसा बताया जा रहा है कि जितेंद्र मेघवाल पर चाकू से 7 बार हमला किया.
इस घटना को लेकर मृतक के परिजन तथा ग्रामीण हॉस्पिटल के बाहर ही टेंट लगाकर आरोपी को पकड़ने की मांग करते हुए लेकर धरने पर बैठ गए.
परिजनों और समर्थकों की मुख्य मांग थी कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके फांसी दी जाए.
घटना की शुरुआत 23 जून, 2020 को हुई जब बरवा गांव में अपने घर के बाहर बैठा हुआ था.
उसी समय गांव के सूरज सिंह राजपुरोहित से किसी बात पर कहासुनी हो गई तो सूरज ने जितेंद्र को धमकाते हुए कहा कि तुमने मुझसे आंख मिलाकर कैसे बात किया.?
यह बहस मारपीट में तब्दील हो गई जिसके बाद जितेंद्र ने सूरज और उसके साथियों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज करवा दिया, जिसके बाद आरोपी जितेंद्र मेघवाल से काफी नाराज थे.
ऐसा भी पता चल रहा है कि आरोपियों ने कई बार जितेंद्र को राजीनामे के लिए कहा किन्तु जितेंद्र ने इसे स्वीकार नहीं किया.
15 मार्च को सूरत रहने वाले सूरज सिंह राजपुरोहित ने अपने परिचित रमेश सिंह के साथ बाली गांव पहुंचा.
उनके पास दो खतरनाक चाकू भी थे, जब जितेंद्र दोपहर को ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने दोस्त के साथ बाली से निकला तो
बाली से अभी मात्र दो किलोमीटर ही आए थे तभी पीछे से बाइक पर आकर सूरज सिंह राजपुरोहित और रमेश सिंह ने जितेंद्र मेघवाल पर चाकू से हमला कर दिया.
हमला इतना जोरदार था कि जितेंद्र को अस्पताल ले जाते वक्त उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
हत्या के इस मुद्दे को लेकर राज्य की विधानसभा में बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत तथा मारवाड़ जंक्शन विधायक
खुशवीर सिंह जोजावर ने भी आरोपितों को गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग किया था.