(ब्यूरो चीफ गोरखपुर, सईद आलम खान की रिपोर्ट)
गोरखपुर: प्राप्त सूचना के मुताबिक आज देश में शायद ही कोई ऐसा विभाग है जिसके कर्मचारी सरकार की नीतियों के विरुद्ध, अपनी मांगों को मनवाने के उद्देश्य से सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए विवश ना हों.
कुछ इसी तरह का विरोध प्रदर्शन गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्री पीएचडी सत्र 2019-20 के छात्रों का विगत कई दिनों से विश्वविद्यालय के गेट पर किया जा रहा है.
जब इनकी मांगों को नहीं सुना गया तो इन छात्रों ने कुलपति के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करके प्रतीकात्मक रूप से अपनी बात रखी ताकि वह अपनी तानाशाही छोड़कर छात्रों के हित में निर्णय लें.
बता दें कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर में हो रहे शोध छात्रों के आंदोलन का यह नौवां दिन है. आंदोलन की प्रमुख मांग है कि-
- प्री पीएचडी छात्रों को प्रमोट किया जाए और पीएचडी में सभी को एक साथ रजिस्टर्ड किया जाए. इन्हीं मांगों को लेकर के प्री पीएचडी के छात्रों ने
2. विगत पिछले दिनों कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर धरना स्थल पर बैठकर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
विद्यार्थी अलग-अलग दिन अलग-अलग तरह की कार्यप्रणाली अपनाकर धरना दे रहे हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करा कर हैं.
इन्हीं मांगों के साथ शोधार्थी दिन-रात इस कड़ाके की ठंड में रुक कर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
देश में एक तरफ गुणवत्तापूर्ण शोध के लिए प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ शोध छात्रों को गोरखपुर विश्वविद्यालय परेशान करने के लिए तत्पर है.
जैसा कि भारत का भविष्य विश्वविद्यालयों से निकलता है, ज्ञान का जो स्तर है विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा से निकलकर नागरिक समाज के लोगों को प्राप्त होता है.
इसका लाभआम जनमानस तक पहुंचता है. यदि भारत का भविष्य विद्यार्थी ही सड़क पर आ जाए और आंदोलन करने लगे तो इस देश के लिए दुख का विषय है.
शोध छात्रों ने समस्त लोगों से भाउक अपील करते हुए कहा है कि- “हम विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर आम जनमानस तक के सभी लोगों से सहयोग के आकांक्षी हैं, हमारे साथ न्याय किया जाए.”
पिछले 3 सालों में विश्वविद्यालय का शोधार्थी यह कह कर थक चुका है कि हमारी प्री पीएचडी कंप्लीट करा ली जाए ऐसे में अभी तक ना हो पाना बहुत ही गंभीर विषय है.
हम आप सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि आंदोलन में हमारे साथ रह कर हमें प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रूप से मजबूती प्रदान कर इस धरना को सफल बनाएं.
आज के आंदोलन में प्रमुख रूप से नि:वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष अमन यादव, छात्र नेता पवन कुमार, छात्रनेता जितेंद्र प्रजापति, कमलकांत राव,
प्रशांत मौर्या, मनदीप राय, राम भरोसा तिवारी, दीप्ति अनुराग, राजन दुबे, अंजली पाण्डे, आर्या यादव, अनूप यादव,
आदित्य सिंह सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित होकर बुद्धि सुद्धि यज्ञ के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया गया.