Dehradun: प्राप्त जानकारी के मुताबिक देहरादून में रहने वाले सेवानिवृत्ति ब्रिगेडियर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की मांग किया है.
सर्वेश दत्त डंगवाल द्वारा राजपूर थाने में दिए गए आवेदन में बताया गया है कि राजस्थान के बांसवाड़ा में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अनेक झूठ बोला है जिनका तथ्यों से कुछ भी लेना-देना नहीं है.
इनका वक्तव्य देश में नफरत और घृणा फैलाने वाला बताते चले की 21 अप्रैल, 2024 को मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस पार्टी मुसलमान को जो घुसपैठियों हैं,
और अधिक बच्चे पैदा करते हैं, आपका सारा धन दे देना चाहती है. यहां तक कि आपका मंगलसूत्र भी यह लोग दे देंगे .
जबकि सच्चाई यह है कि नरेंद्र मोदी की यह बात पूरी तरीके से झूठ तथा सांप्रदायिक वैमनस्यता पैदा करने वाली है.
यह आईपीसी की धारा 153 ए तथा 504 के तहत आता है. ऐसे में इन दोनों धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करके नरेंद्र मोदी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए.
आपको यहां बताते चलें कि धारा 153 (ए) भाषा या क्षेत्रीय समूह या जाति/समुदाय अथवा ऐसी गतिविधि जिसकी वजह से धार्मिक नफरत या भाषण
जो क्षेत्रीय समूह/जातिगत/सामुदायिक चिंता अथवा असुरक्षा की भावना पैदा करती है या पैदा करने के आशंका होती है तो उसे दंडित किया जाता है.
डंगवाल वर्तमान समय के राजनीतिक माहौल से अत्यधिक क्षुब्ध हैं, विशेष करके सत्ता पक्ष की ओर से जिस तरह का लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई जा रही है,
उसको लेकर वह बेहद चिंतित हैं इन्होंने अपने आवेदन में लिखा है कि “आज 22वीं शताब्दी के भारत में राजनीतिक संवाद का स्तर कितना नीचे गिर गया है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
जनता द्वारा चुने हुए हमारे विधायक और सांसदों की भाषा सुनने के बाद अत्यधिक मलाल होता कि हमने गंभीर भूल किया है.”